Dard Shayari, तेरे इंतज़ार का...
तेरे इंतज़ार का ये आलम हैं !
तरपता हैं दिल आँखें भी नम हैं !!
तेरे आरजू में जी रहा हैं जितू...!
वर्ना जीने की ख्वाइश भी अब बहुत कम हैं !!
तेरे इंतज़ार का ये आलम हैं !
तरपता हैं दिल आँखें भी नम हैं !!
तेरे आरजू में जी रहा हैं जितू...!
वर्ना जीने की ख्वाइश भी अब बहुत कम हैं !!
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