Dard Shayari, जिंदगी चाहत का एक...
(४) जिंदगी चाहत का एक सिलसिला हैं !
कोई मिल जाता हैं, कोई बिछर जाता हैं !!
जिसे मांगते हैं हम अपनी दुवा में...!
वो किसी और को बिन मांगे मिल जाता हैं !!
(४) जिंदगी चाहत का एक सिलसिला हैं !
कोई मिल जाता हैं, कोई बिछर जाता हैं !!
जिसे मांगते हैं हम अपनी दुवा में...!
वो किसी और को बिन मांगे मिल जाता हैं !!
Back to TOP
0 शायरी पसंद आने पर एक टिप्पणी (Comment) जरूर लिखे।:
Post a Comment