Mohabbat Shayari, धुप तेज़ हैं साया नहीं....
धुप तेज़ हैं साया नहीं !
दर्द ऐसा हैं रोना आया नहीं !!
तेरे सिवा किसी को अपना माना नहीं !
क्योकि किसी को तेरे जैसा रब ने बनाया नहीं !!
धुप तेज़ हैं साया नहीं !
दर्द ऐसा हैं रोना आया नहीं !!
तेरे सिवा किसी को अपना माना नहीं !
क्योकि किसी को तेरे जैसा रब ने बनाया नहीं !!
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