Dosti Shayari, जो कमी थी...
जो कमी थी वो दूर हो गई !
जिंदगी एक खिलता हुवा फूल हो गई !!
दुवा की थी एक सच्चे दोस्त की....!
तुम मिली तो लगा की शायद हमारी दुवा कबूल हो गई !!
जो कमी थी वो दूर हो गई !
जिंदगी एक खिलता हुवा फूल हो गई !!
दुवा की थी एक सच्चे दोस्त की....!
तुम मिली तो लगा की शायद हमारी दुवा कबूल हो गई !!
दिल के दर्द को छुपाना कितना मुस्किल हैं !
टूट के फिर मुस्कुराना कितना मुस्किल हैं !!
किसी के साथ दूर तक जा कर तो देखो...!
अकेला लौट के आना कितना मुस्किल हैं !!
नफरत लाख मिली मोहब्बत न मिली !
जिंदगी बीत गई पर राहत न मिली !!
तेरी महफिल में हर शक्स को हँसते देखा !
एक मैं था जिसे हँसने की इजाजत न मिली !!
रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो !
की उसके दिल के सारे गम चुरा लो !!
इतना असर छोर दो किसी पे अपना !
की हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो !!
प्यार ने हमें बेनाम कर दिया !
हर ख़ुशी से हमें अंजान कर दिया !!
हमने नहीं चाहा की प्यार हमें भी हो !
पर उनकी आँखों ने हमें मजबूर कर दिया !!
हर वक्त हँसने की आदत हो गई हैं !
जिंदगी तेरे यादों की इबादत हो गई हैं !!
बस साँस चल रही हैं इस मुर्दे जिस्म में !
रूह तेरे साथ ही रुक्सत हो गई हैं....!!
दिल यूँ ही किसी पर आता नहीं !
प्यार यूँ ही किसी से किया जाता नहीं !!
प्यार करो तो दर्द सहने की आदत डाल लेना !
क्योकि ये वो दर्द हैं जो "मूव" से भी जाता नहीं !!
सब कुछ हैं मेरे पास पर दिल की दवा नहीं !
वो दूर हैं मुझ से पर मैं खफ़ा नहीं......!!
मालूम हैं अब भी प्यार करती हैं मुझसे !
वो थोरी जिद्दी हैं मगर बेवफ़ा नहीं...!!
मौसम नहीं जो पल भर में बदल जाऊ !
जमीन से दूर कहीं और ही निकल जाऊ !!
पुराने वक्त का सिक्का हूँ मुझे फेक न देना !
बुरे दिनों में शायद मैं ही चल जाऊ !!
बरा अजीब हैं ये जिंदगी का मोर !
अनजानी राहों में दोस्त बन जाते हैं !!
मिलने की ख़ुशी दे न दे पर.....!
बिछरने का गम जरुर दे जाते हैं !!
कल तक तनहा थे आज इंतज़ार हैं !
कल तक कुछ नहीं न था आज ऐतबार करते हैं !!
यूँही आपको हिचकीयाँ नहीं आती.....!
हम याद ही आपको बार - बार करते हैं !!
चाहे वफ़ा में ठोकरे खाते रहो !
फिर भी रस्म-ऐ-वफ़ा निभाते रहो !!
यही तो इश्क का दस्तूर हैं !
ज़ख्म खाओ फिर भी मुस्कुराते रहे !!
क्या करूँगा उसका इंतज़ार करके !
जब चली गई वो मुझे बर्बाद करके !!
सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा !
मगर मिली सिर्फ तन्हाई उसे प्यार करके !!
दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती हैं !
दोस्ती सुख - दुःख की पहचान होती हैं !!
कोई रूठ जाए तो दिल पे मत लेना !
क्योकि दोस्ती ज़रासी नादान होती हैं !!
किसी को प्यार इतना देना की हद न रहे !
पर ऐतबार भी इतना करना की शक न रहे !!
वफ़ा इतना करना की बेवफाई न रहे !
और दुवा इतना करना की जुदाई न रहे !!
सुबह का हर पल जिंदगी दे आपको !
दिन का हर लम्हा ख़ुशी दे आपको !!
जहाँ गम की हवा छू कर भी न गुजरे !
खुदा वो जन्नत सी ज़मीन दे आपको !!
न जाने मौत क्यों नहीं आती !
ये साँस बंद क्यों नहीं हो जाती !!
नफरत हैं इस जिंदगी से मुझे !
न जाने फिर भी खुदा को मेरी याद क्यों नहीं आती !!
दिल को खरीदने वाले हजार मिल जायेंगे !
आपको दगा देने वाले हजार मिल जायेंगे !!
मिलेगा न आपको हम जैसा कोई.....!
मिलने को तो दोस्त बेसुमार मिल जायेंगे !!
पास बैठकर दिल उदास नहीं होता !
वक़्त गुजरते हैं कैसे ये एहसास नहीं होता !!
बिछर कर भर आती हैं आँखे......!
मगर आंसू पोछने के लिए कोई पास नहीं होता !!
एक मुलाकात करो हम से इनायत समझ कर !
देंगे जिंदगी का हिसाब क़यामत समझ कर !!
कभी हमारी दोस्ती पर शक न करना....!
हम दोस्ती भी करते हैं तो इबादत समझ कर !!
दिल की अमीरी बाज़ार में नहीं मिलती !
सच्ची दोस्ती हर डाल पे नहीं खिलती !!
अपनों पे सदा ऐतबार रखो दोस्त...!
क्यों की सच्ची दोस्ती बार - बार नहीं मिलती !!
किसी का हाथ थाम कर छोरना नहीं !
वादा किसी से करो तो तोरना नहीं !!
कोई अगर तोर दे दिल आप का.....!
तो बिना हाथ पैर तोरे उसे छोरना नहीं !!
उसे उदास कर खुद भी रोना हैं !
ये हादसा जाने क्यों होना हैं !!
तोर कर मुझे वो यूँ जोरते हैं अक्सर !
जैसे उनके वास्ते दिल मेरा कोई खिलौना हैं !!
आइना हूँ मेरे सामने आ कर तो देखो !
खुद नज़र आओगे आँखे मिला कर तो देखो !!
दिल आपका हैं जान भी दे दूँ आप पर !
बस मेरे साथ जरा दिल से निभा के तो देखो !!
आगोश-ए-सितम में ही छुपा ले कोई !
तनहा हूँ तड़पने से बचा ले कोई !!
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुबान !
बस आज तो जी भर के रुला दे कोई !!
न कभी मुस्कुराहट तेरे होठों से दूर हो !
तेरी हर ख्वाइश हकीकत को मंजूर हो !!
हो जाए कभी जो तू मुझसे खपा....!
खुदा न करे मुझसे कभी ऐसा कसूर हो !!
न पूछो हमसे कोई सवाल !
जिंदगी खुद सवाल बन के रह गई !!
दर्द इतना हैं इस सीने में की.....!
ख़ुशी एक ख्याल बन कर रह गई !!
फूलों के खिलने का वक्त हो गया !
सूरज को निकलने का वक्त हो गया !!
मीठी नींद से जागो आए मेरे दोस्तों !
सपना से हकीक़त में आने का वक्त हो गया !!
आपकी सुबह की अच्छी सुरुवात हो !
प्यार भरी मुश्कान आपके पास हो !!
जिनको रात भर याद करते रहे आप !
खुदा करे आज उनसे मुलाकात हो !!
तरसते थे जो मिलने को हमसे कभी !
आज वो मेरे साए से कतराते हैं !!
हम भी वही हैं दिल भी वही हैं !
न जाने क्यों लोग बदल जाते हैं !!
कही पर गम कही सरगम !
ये सारे कुदरत का नज़ारे हैं !!
प्यासे तो वो भी रह जाते हैं !
जो दरिया के किनारे हैं !!
सब से अलग सबसे न्यारे हो आप !
तारीफ पूरी न हो इतने प्यारे हो आप !!
आज पता चला ज़माना क्यों जलता हैं आपसे !
क्योकि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप !!
तेरी ख़ामोशी मुझे तेरी ओर खिचती हैं !
मेरी हर आह तेरी तकलीफ समझती हैं !!
मालूम हैं की मजबूर हो तुम......!
फिर भी मेरी नज़र तेरे दीदार को तरसती हैं !!
ख्वाबो की बरात सजाना मुस्किल हैं !
आपकी मुलाकात को भुलाना मुस्किल हैं !!
इस कदर रंगा हैं दिल आप के प्यार में !
की इस दिल से आप को निकालना मुस्किल हैं !!
लाजबाब हैं हमारा जीने का फसाना !
कोई सीखे हमसे हर पल मुस्कुराना !!
कोई मेरी हँसी को नज़र न लगाना !
बरी मुस्किल से सिखा हैं गम छुपा कर मुस्कुराना !!
दिल में बसा एक नाम हैं !
उनकी खुशबू तक की हमें पहचान हैं !!
अगर हमारे न हो सके वो तो कोई गम नहीं !
क्योकि इश्क में लुट जाना आशिको का काम हैं !!
सादगी से सुन्दर सूरत हैं तेरी !
दिल में जो समाई वो मूरत हैं तेरी !!
डूब के जिसमे खो जाता हूँ अक्सर...!
ये आँखे भी बहुत खुबशुरत हैं तेरी !!
ये पैगाम तो एक बहाना हैं !
इरादा तो आपको हमारी याद दिलाना हैं !!
आप याद करे या न करे कोई बात नहीं !
पर आपकी याद आ रही हैं बस इतना बताना हैं !!
जिए हुवे लम्हों को जिंदगी कहते हैं !
जो दिल को सुकून दे उसे ख़ुशी कहते हैं !!
जिसके होने की ख़ुशी से जिंदगी मिले !
ऐसे ही रिश्तो को दोस्ती कहते हैं !!
गुलसन में भवरों का फेरा हो गया !
पूरव में सूरज का डेरा हो गया !!
मुश्कान के साथ आँखे खोलो प्यारे !
एक बार फिर से सवेरा हो गया !!
फिर हुई हलचल, फिर याद आई !
फिर निकला चाँद, फिर सुहानी रात आई !!
इस रात की गहराई में खो जाओ !
थोरा हमें याद करो, और आराम से सो जाओ !!
मैंने कहा वो अजनबी हैं !
दिल ने कहा दिल लगी हैं !!
मैं ने कहा सपना हैं !
दिल ने कहा फिर भी अपना हैं !!
मैंने कहा मेरी हार हैं !
दिन ने कहा यही तो प्यार हैं !!
इन दूरियों को बेरुखी मत समझो !
इन खामोशियों को नाराजगी मत समझो !!
हर कदम पर साथ देंगे तुम्हारा....!
जिंदगी ने साथ न दिया तो बेवफ़ा मत समझना !!
तेरी याद में जियेंगे मरेंगे !
तुझे अपनी पलकों में छुपा लेंगे !!
उस चाँद से हमें क्या लेना....!
हम तो इस धरती के चाँद को सिने से लगा लेंगे !!
निकले कोई अगर दिल में बस जाने के बाद !
दर्द होता हैं बहुत बिछर जाने के बाद....!
जो पास होते हैं उनकी कदर नहीं होती !
कमी महसूस होती हैं दूर जाने के बाद !!
वक्त हैं बदला और बदली सी कहानी हैं !
संग मेरे हसीन पल की यादे पुराणी हैं !!
न लगा तू मेरे जख्म पर मलहम....!
मेरे पास उसकी बस यही एक निशानी हैं !!
हस्तिया मिट गई नाम कमाने में !
उम्र बीत गई एक खुशियाँ पाने में !!
एक पल में दूर न हो जाना हम से !
हमें तो सालो लगे हैं आप जैसा दोस्त पाने में !
हमारी हर अदा का आइना आपसे हैं !
हमारी हर मंजिल का रास्ता आपसे हैं !!
कभी न दूर होना हमारी जिंदगी से !
हमारी हर ख़ुशी का वास्ता आपसे हैं !!
मेरी आवाज़ उन्हें सुनाई नहीं देती !
अब तो कोई उम्मीद भी दिखाई नहीं देती !!
परवाह हैं उन्हें सारी दुनिया की.....!
बस एक मेरी ही तन्हाई उन्हें दिखाई नहीं देती !!
हर ज़ख्म किसी ठोकर की मेहरबानी हैं !
मेरी जिंदगी बस एक कहानी हैं !!
मिटा देते सनम के दर्द को सिने से !
पर ये दर्द ही तो उसकी प्यार की निशानी हैं !!
उनकी याद बेचैन बना जाती हैं !
हर जगह हमें आपकी सूरत नज़र आती हैं !!
कैसा हाल किया आपके प्यार ने.....!
नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं !!
मेरे मोहब्बत का एतबार कर लो !
भुला के ज़माना हम से प्यार कर लो !!
चुरा लेंगे एक दिन जहाँ से तुझे....!
चाहे जितना भी तुम इनकार कर लो !!
तन्हाई का उसने मंजर नहीं देखा !
अफ़सोस की मेरे दिल के अंदर नहीं देखा !!
दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने.... !
जो उस लम्हों को जी कर नहीं देखा !!
हमारी गलतियों से टूट न जाना !
हमारी शरारत से कही रूठ न जाना !!
तुम्हारी दोस्ती ही हमारी जिंदगी हैं !
इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना !!
कुछ पल में सब दूर होते गए !
वक्त के आगे मजबूर होते गए !!
बस हम बेवफ़ा बने.....!
और सब बेकसूर होते गए !!
हम मौजूद थे उजालो के तरह !
वो निकले ही नहीं ढूंढ़नेवालो की तरह !!
दिल तो क्या हम रूह में भी उतर जाते !
उसने चाहा नहीं चाहने वालो की तरह !!
आँखे थक गई आपके इंतज़ार में !
वक्त ने लुटा हमें भरे बाज़ार में !!
क्यों नहीं आए आप हमसे मिलने !
हम में कमी थी या हमारा प्यार में !!
दुश्मन भी पेश आए हैं दिलदार की तरह !
नफरत मिली हैं उनसे प्यार की तरह !!
वो बेवफाई करके भी शर्मिंदा न हुए !
सूली पे चढ़े हम गुनहगार की तरह !!
ये वादा हैं तुमसे हमारा !
टूटेगा न ये रिश्ता हमारा !!
अगर सांसो की डोर टूट गई !
साथ देने के लिए लेंगे जन्म दुबारा !!
तू ही बता दिल को समझाऊ कैसे !
जिसे चाहूँ उसे नजदीक लाऊ कैसे !!
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास हैं वो !
पर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊ कैसे !!
बैठे थे तनहा किसी के आस में !
कुछ नहीं यादो के अलाबा मेरे पास में !!
सोचते हैं क्या हुवा जो कोई नहीं करीब मेरे !
रेगिस्तान भी तो जीता हैं बरसात की आस में !!
मजबूरियों को हम आँखों में छुपा लेते हैं !
हम कहाँ रोते हैं हालात रुला देते हैं !!
हम तो हर पल याद करते हैं आपको !
पर आप याद न करने का इलज़ाम लगा देते हैं !!
क्यों कोई मुझे याद करेगा !
क्यों कोई मेरे लिए फरियाद करेगा !
अरे मैं तो एक आवारा पागल हूँ !
कौन पागल के लिए अपना कीमती वक्त बर्बाद करेगा !!
किस ने कहा की अनजान बन के आया करो !
दिल के आइने में मेहमान बन के आया करो !!
तुझे ही बक्षी हैं दिल की हुकूमत.....!
ये तेरी सल्तनत हैं सुलतान बन के आया करो !!
किस ने कहा की अनजान बन के आया करो !
दिल के आइने में मेहमान बन के आया करो !!
तुझे ही बक्षी हैं दिल की हुकूमत.....!
ये तेरी सल्तनत हैं सुलतान बन के आया करो !!
मुदत्त से थी उनसे मिलने की आरजू !
ख्वाइश-ए-दीदार में सब कुछ गवा दिया !!
किसी ने कहा वो आयेंगे रातो को.....!
इतना किया उजाला की घर तक जला दिया !!
भींगी पलकों के साथ आँखे नाम थी !
जिंदगी उन से शुरू उन्ही पर ख़तम थी !!
वो रूठ के दूर चले गए हम से.....!
शायद उन्हें लगा की हमें उनसे मोहब्बत कम थी !!
हमने चाहा हैं जिन्हें वो लाखों में एक हैं !
जाना हैं हमने उन्हें वो दिल के भी नेक हैं !!
उनकी दीवानी तो सारी दुनियाँ वाले हैं !
लेकिन हमारी दुनियाँ ही वो एक हैं !!
बिना बताए उसने न जाने क्यों दुरी करदी !
बिछर के मोहब्बत ही अधूरी करदी....!!
मेरे मुकद्दर में गम आए तो क्या हुवा !
खुदा ने उसकी ख्वाइश तो पूरी करदी !!
हमें उन से कोई सिकायत नहीं !
शायद हमारी किस्मत में चाहत नहीं !!
मेरी तक़दीर को लिखके उपरवालेभी मुकर गए !
पूछा तो बोला ये मेरी लिखबट नहीं.....!!
कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से !
गम जरुर होता हैं किसी के भूल जाने से !!
जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं !
जाने क्यों आँशु आ जाते हैं उसकी याद आने से !!
तुम हो सुबह और साम की तरह !
तुम हो खुशियों के पैगाम की तरह !!
तुमको मिलने कब बुलाया हैं.......!
तुम याद रहते हो मुझे मेरे नाम की तरह !!
अपने होठों पर सजा कर तुझे !
बस तेरे ही गीत गाना चाहता हूँ !!
जल कर बुझ जाना हमारी किश्मत में सही !
बस एक बार रौशन हो जाना चाहता हूँ !!
कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से !
गम जरुर होता हैं किसी के भूल जाने से !!
जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं !
जाने क्यों आँसू आ जाते हैं उसकी याद आने से !!
कुछ पल की ख़ुशी साथ में हैं !
ऐसा कोई लकीर हमारे हाथ में हैं !!
दूर रह कर भी आप को याद करते हैं हम !
शायद कोई बहुत प्यारी सी बात आप में हैं !!
प्यार जिसे हम पा न सके !
एक जिंदगी जिसे हम निभा न सके !!
एक आप हैं जो हमें याद नहीं करते !
एक हम हैं जो आप को भुला न सके !!
इस दिल से दूर वो जाते भी नहीं !
हकीकत में सामने वो आते भी नहीं !!
औरो के लिए वो रोते हैं रात - दिन !
पर मेरे लिए थोरा सा मुस्कुराते भी नहीं !!
बस इतने में ही कश्ती डूबा दी हमने !
जहाँ पहुचना था वो किनारा न रहा !!
गिर परते हैं लरखरा के कदमो से !
जो थामा करता था आज वो सहारा न रहा !!
मोहब्बत वो हैं जो सताती हैं !
नाज़ुक से दिल को तड़पाती हैं !!
करना न तुम कभी मोहब्बत किसी से !
कमबख्त ये वो हैं जो हँसते लोगो को भी रुलाती हैं !!
मौजूदगी जरुरी नहीं, जरुरी तप एहसास हैं !
हम कहीं दूर नहीं, आपके आस - पास हैं !!
देखिये तो ज़रा अपने मन की आँखों से हमें !
हम तो हर कदम पर आपके साथ - साथ हैं !!
आइना देखोगे तो मेरी याद आएगी !
साथ गुजरा वो मुलाकात याद आएगी !!
पल भर के लिए वक्त ठहर जाएगा !
जब भी आपको मेरी कोई बात याद आएगी !!
जिंदगी में कुछ न मिला तो क्या ग़म हैं !
आप जैसा दोस्त पाया ये क्या कम हैं !!
एक छोटी सी जगह पाई हैं आप के दिल में !
वो जगह क्या किसी ताजमहल से कम हैं !!
तरस जाओगे एक अदा के लिए !
मचल जाओगे एक नज़र के लिए !!
न करना प्यार में बेवफाई कभी !
वर्ना जिंदगी भर ताड्पोगे किसीके वफ़ा के लिए !!
प्यार से चाहो अरमान मांगलो !
रूठ कर चाहो मुस्कान मांगलो !!
बस तमन्ना ये हैं की न देना कभी धोखा !
फिर हँस के चाहे मेरी जान मांगलो !!
चाह कर भी हमसे जुदा न रह सकोगे !
रूठ कर भी हमसे खपा न रह सकोगे !!
रिश्ता नीभाने का मेरा अंदाज़ ही कुछ ऐसा हैं !
आप हमारे बिना एक पल भी न रह सकोगे !!
एहसान किया उसने मुझे प्यार सिखाके !
होती हैं क्या चाहत ये मुझको समझाके !!
कुर्बानी हैं प्यार का असली मतलब !
छोर दिया मेरा साथ बस इतना बताके !!
रोज़ एक नई सिकायत हैं आपसे !
न जाने कैसी चाहत हैं आपसे !!
कहने को तो बहुत लोग हैं हमारे आस - पास !
दिल को न जाने कैसी मोहब्बत हैं आपसे !!
याद करने से किसी की दीदार नहीं होती !
यूँही किसी को याद करना प्यार नहीं होती !!
यादों में किसी के हम भी तरपते हैं .....!
बस उसे हमारे दर्द का एहसास नहीं होती !!
क्या खूब उनकी आँखों की चमक देखी !
हर सूरत में बस उनकी झलक देखी !!
अचानक दिल बेकाबू हो के रोने लगा !
जब मैंने आंशुओ में भींगी उनकी पलक देखी !!
वो नज़र कहाँ से लाऊ जो तुम्हें भुला दे !
वो दुवा कहाँ से लाऊ जो दर्द मिटा दे !!
बिछरना तो हाथो के लाकिड़ो में लिखा हैं !
वो तक़दीर कहाँ से लाऊ तो तुमसे मिला दे !!
कोई आँखों से बात कर लेता हैं !
कोई आँखों में मुलाकात कर लेता हैं !!
बड़ा मुस्किल होता हैं जबाब देना !
जब कोई खामोश रह कर सवाल के लेता हैं !!
कभी - कभी इन आँखों में नमी सी होती हैं !
कभी - कभी इन होठों पे हँसी सी होते हैं !!
एक अनजान सा रिश्ता हैं मेरा....!
वो तुम्ही हो जिस से मेरी जिंदगी - जिंदगी सी होती हैं !!
जिंदगी गुजर जाएगी आहिस्ता - आहिस्ता !
फिर ये वक्त याद आएगा आहिस्ता - आहिस्ता !!
क्या आप मुझे याद रखोगे हमेशा....!
या फिर याद मिट जाएगी आहिस्ता - आहिस्ता !!
भूल शायद बहुत बरी करली !
हमने दुनियाँ से दोस्ती करली !!
तुम मोहब्बत को खेल समझते हो !
हम ने तो बर्बाद अपनी जिंदगी करली !!
बात - बात पे लोग रूठ जाते हैं !
हाथ उनके अनजाने में छुट जाते हैं !!
कहते हैं बार नाज़ुक हैं प्यार का रिश्ता !
इसमें हँसते - हँसते भी दिल टूट जाते हैं !!
बहुत खुबशुरत हैं ये दुवा हमारी !
फूलों की तरह महके ये जिंदगी तुम्हारी !!
मुझे क्या चाहिए और जिंदगी से.... !
बस कभी ख़त्म न हो ये दोस्ती हमारी !!
बहुत खुबशुरत हो तुम !
खुद को दुनियाँ की नज़रों से बचाया करो !!
सिर्फ आँखों में काजल ही नहीं...!
गले में निम्बू मिर्च भी लटकाया करो !!
जितना मज़ाक दुनियाँ उराती हैं !
उतनी ही तक़दीर जगमगाती हैं !!
जब करम खुदा का होता हैं !
तो जिंदगी पल भर में बदल जाती हैं !!
फिर दूर से एक बार सता दो मुझे !
मेरी तन्हाई का एहसास दिला दो मुझे !!
तू तो रौशनी है तुझे मेरी ज़रूरत क्या होगी !
मैं दिया हूँ किसी दहलीज़ पर ही जला दो मुझे !!
साथ अगर दोगे तो मुश्कुरायेगे जरुर !
दोस्ती दिल से करोगे तो निभायेगे जरुर !!
राह में कितने कांटे भी क्यों न हो !
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आयेंगे जरुर !!
वादा हमने किया था निभाने के लिए !
एक दिल दिया था एक दिल पाने के लिए !!
उन्होंने मोहब्बत सिखा दी और कहा की...!
हमने मोहब्बत की थी किसी और को जलाने के लिए !!
कितना सरुर रात की तनहाइयों में था !
चुप था चाँद जैसे रुसवाइयों में था !!
लोग जाग रहे थे इबादत के लिए !
और ये दिल किसी की यादों की गहराइयों में था !!
अँधेरे ने कभी रौशनी नहीं देखि !
मौत ने कभी जिंदगी नहीं देखि !!
जो कहते हैं मिट जाती हैं दूरियों से दोस्ती !
उन्होंने शायद हमारी दोस्ती नहीं देखि !!
टूट जाते है बिखर जाते हैं !
काँच के घर में मुकदर अपने !!
अजनबी तो सदा प्यार से मिलते हैं !
भूल जाते हैं तो अक्सर अपने !!
जिंदगी हर पल ढलती हैं !
जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती हैं !!
कितने भी गम हो हर हाल में हँसते रहना !
क्योकि ये जिंदगी ठोकर से ही सम्भलती हैं !!
शाम की शमा में एक तस्वीर नज़र आती हैं !
तब इन होठों से एक बात निकल आती हैं !!
कब होगी उनसे जी भर के बातें !
बस ये सोच हर शाम गुजर जाती हैं !!
तुझे हर मोड़ पे कोई न कोई चाहेगा !
पर मेरे जैसा यार तू कहाँ पाएगा !!
हम तो बिना बोले जान लुटा देंगे तुझपे !
पर तू मेरे मरने का गम न सह पाएगा !!
रुला कर वो हमें खुश हो जायेंगे !
साथ में न सही दूर जाके मुस्कुरायेंगे !!
दुवा हैं खुदा से उनको दर्द न देना !
हम तो सह गए पर वो टूट जायेंगे !!
एक काँच ने पत्थर से मोहब्बत करली !
टकरा कर उससे अपनी जिंदगी चकनाचूर करली !!
काँच की दीवानगी तो देखिए......!
अपने हजारो टुकरो में भी उसकी तस्वीर भरली !!
दोस्ती के बंधन कुछ अजीब होते हैं !
जितने नाजुक उतने ही मजबूत होते हैं !!
उठा लेते हैं जो काँटों को हाथो में !
फूल भी उन्ही हो नसीब होते हैं !!
जख्म छुपाने के लिए बहाना चाहिए !
दर्द सुनाने के लिए ज़माना चाहिए !!
हर शक्स करीब आके चला जाता हैं !
एक वो ही नहीं आये जिनको आना चाहिए !!
किसी को दर्द की गहराई मार डालेगी !
किसी को प्यार की सच्चाई मार डालेगी !!
बिछर के मोहब्बत में कोई जी नहीं सकेगा !
जो बच गया उसे तन्हाई मार डालेगी !!
मुमकिन नहीं इस प्यार को भुला पाना !
मुमकिन नहीं आपको यादों से मिटा पाना !!
आप एक कीमती तोहफा हो दोस्ती का !
मुमकिन नहीं इस तोहफे की किम्मत चूका पाना !!
रूठे हुए को मनाना जिंदगी हैं !
दुसरो को हँसाना जिंदगी हैं !!
कोई जीत कर खुश हुवा तो क्या हुवा !
सब कुछ हार कर मुश्कुराना जिंदगी हैं !
हर खामौशी में दो बात होती हैं !
हर दिल में एक याद होती हैं !!
आपको पता हो या न हो ...!
आपकी ख़ुशी के लिए रोज हमारी फरियाद होती हैं !
मेहनत लगती हैं सपनो को हकीकत बनाने में !
होसला लगता हैं बुलंदियों को पाने में .....!!
अरसा लगता हैं एक जिंदगी बनाने में !
जिंदगी भी कम पर जाती हैं एक सच्चा दोस्त पाने में !!
उनकी याद में जलना अजीब लगता हैं !
धीरे - धीरे से पिघलना अजीब लगता हैं !!
सारी दुनियाँ के बदलने से मुझे फर्क नहीं परता !
बस कुछ अपनों का बदलना अजीब लगता हैं !!
हर सपनो को अपनी साँसों में रखलो !
हर मंजिल को अपनी बाहों में रखलो !!
जीत जरुर मिलेगी आपको....!
बस अपने इरादों को अपनी निगाहों में रखलो !!
यादों का ये शिलशिला बनाए रखना !
दोस्त कहा हैं तो दोस्ती बनाए रखना !!
जान तो नहीं मागेंगे हम आपसे !
गुजारिश हैं आपसे की जान पहचान बनाए रखना !!
गालो पे आसुओ की लकीर बन गई !
कभी न सोचा था ऐसी तक़दीर बन गई !!
हमने तो फिराई थी यूँही रेत पे उँगलियाँ !
देखा तो तुम्हारी तस्वीर बन गई !!
किसी के दिल में बसना बुरा तो नहीं !
किसी को दिल में बसाना खता तो नहीं !!
गुनाह होगा दुनियाँ की नजरो में तो क्या हुवा !
दुनियाँ वाले खुदा तो नहीं ?? !!
जिंदगी भर उनका साथ न भूल पाएगे !
वो समझते हैं हम सब भूल जाएगे !!
हर कोई नहीं होता मेरे जैसा .....!
ये किसी दिन वो खुद समझ जाएगे !!
अब इस इंतज़ार की आदत सी हो गई हैं !
ख़ामोशी अब एक हालात सी हो गई हैं !!
न शिकवा न शिकायत हैं किसी से .... !
क्योकि अब अकेलापन से मोहब्बत सी हो गई हैं !!
तारो में अकेला चाँद जगमगाता हैं !
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता हैं !
काँटों से मत घबराना एय मेरे दोस्त !
काँटों में ही अकेला गुलाब मुश्कुरता हैं !!
काश ये जिंदगी हसीन होती !
खुद के चाहने से हर दुवा कबूल होती !!
कहने को तो सब अपने हैं......!
पर काश कोई ऐसा होता जिसे मेरे दर्द से तकलीफ होती !!
मज़ा आता हैं हमें आपको सताने में !
रूठेही न कोई तो मज़ा क्या हैं मनाने में !!
एक तुम से ही हैं ख़ुशी जरासी ......!
वर्ना राख हैं दुनियाँ क्या हैं जमाने में !!
दिल से दूर जिन्हें हम कर न सके !
पास भी उन्हें हम पा न सके !!
मिटा दिया प्यार जिसने हमारे दिल से !
हम उनका नाम लिख कर भी मिटा न सके !!
ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर !
रखना थोड़ा भरोसा तुम हम पर !!
हम निभायेगे हर रिश्ता को इस कदर !
की आप ना भूल पाओगे हमें ज़िन्दगी भर !!
दिल में आरजू के दिए जलते रहेंगे !
आँखों से आँशु निकलते रहेंगे !!
तुम शमा बनकर रौशनी तो करो !
हम मोम बनकर हमेशा पिघलते रहेंगे !!
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं !
इश्क के कच्चे धागे टूट जाते हैं !!
झूठ बोलता होगा चाँद भी.... !
इसलिए तो रूठ के तारे टूट जाते हैं !!
कैसे कहूँ की उल्फत नहीं हैं !
आपको याद करने की फुरसत नहीं हैं !!
आप कहदो तो भुला दूँ जमाने को !
पर आपको भूलने की मुझमे हिम्मत नहीं हैं !!
जब नदी में पानी आती हैं तो किनारे टूट जाते हैं !
जब नया दोस्त मिलते हैं तो पुराना छुट जाते हैं !!
मगर ये मत भूलना एय मेरे दोस्त.....!
जब नए दिल दुखाते हैं तो पुराने ही याद आते हैं !!
जो सफ़र की सुरुवात करते हैं !
वो मंजिल को पार करते हैं !!
बस एक बार चलने का हौसला रखिए !
अच्छे इन्सान का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं !!
लहरों से समंदर की गहराई नहीं मिलती !
पंख होने से आकाश की उचाई नहीं मिलती !!
यूँ तो कट जाता हैं वक्त उलझनों में !
पर आप की यादों से ही कभी रिहाई नहीं मिलती !!
मेरी बर्बादी पे तू मज़ाक न करना !
भूल जाना मुझे मेरा खयाल न करना !!
तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न भी ओढ़ लेंगे !
तू मेरी लाश से कोई सवाल न करना !!
जीने की नई अदा दी हैं !
खुश रहने की उसने दुवा दी हैं !!
एय खुदा उसे सारा जहाँ देना !
जिसने मुझे अपने दिल में जगह दी हैं !!
चाहने से कोई चीज अपनी तो नहीं होती !
हर मुश्कुराहत अपनी तो नहीं होती !!
पाना तो सभी चाहते हैं बहुत कुछ !
मगर कभी वक्त तो कभी किश्मत साथ नहीं होती !!
दूर होने का कोई गम न करो !
याद कर पर आँखे नम न करो !!
तुम्हारी ख़ुशी में ही हैं हमारी ख़ुशी !
इसलिए अपनी प्यारी मुश्कान कम न करो !!
हर इश्क में ऐसा मोड़ क्यों आता हैं !
एक साथी दुसरे को तनहा छोड़ जाते हैं !!
जन्मो तक साथ निभाने वाले...!
बेगानों की खातिर अपनों का दिल क्यों तोर जाते हैं !!
पानी से तस्वीर कहाँ बनती हैं !
ख्वाबो से तक़दीर कहाँ बनती हैं !!
किसी से दोस्ती करो तो सच्चे दिल से करो !
क्योकि ये ज़िन्दगी फिर कहाँ मिलती हैं !!
कैसे कह दूँ की उन से मिलने की चाहत नहीं !
बेकरार दिल को अब भी राहत नहीं !!
भुला देते उन्हें भी मगर क्या करे !
किसी को भूलने की इस दिल को आदत नहीं !!
बंद होठों से गम छुपाते गए !
खुली आँखों से प्यार लुटाते गए !!
हर एक से धोखा खाया इस जहाँ में !
लेकिन सब के लिए हर पल मुश्कुराते गए !!
गम के सागर में कभी डूब न जाना !
मंजिल न भी मिले तो टूट न जाना !!
ज़िन्दगी में अगर दोस्त की कमी महसूस हो !
तो हम अभी जिन्दा हैं ये भूल न जाना !!
जमाने से नहीं तन्हाई से डरते हैं !
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं !!
दिल में उमंग हैं आपसे मिलने की !
लेकिन मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं !!
बेसक कुछ वक़्त का इंतजार मिला हमको !
खुदा से भी बढ़ कर यार मिला हमको !!
न रही तमन्ना किसी को पाने की !
तेरी दोस्ती से इतना प्यार मिला हमको !!
थोड़ी ही सही मगर एक याद तो हैं !
कुछ न सही मगर कोई बात तो हैं !!
न सोच के भी हम आपको सोचते हैं !
निगाहों से दूर सही पर कोई साथ तो हैं !!
वो खुद नहीं जानते वो कितने प्यारे हैं !
जान हैं हमारी हमें जान से प्यारे हैं !!
लोगों के कहने से क्या होता हैं !
वो कल भी हमारे थे आज भी हमारे हैं !!
चाहत को रोग बना लेने दो !
पलकों के बिच छुपा लेने दो !!
बाद में तुम तक़दीर बताना मेरी !
पहले मुझे ख्वाब सजा लेने दो !!
दर्द ने पलकों पे सजाया मुझको !
जिंदगी क्या हैं ये बताया मुझको !!
जब भी दिल में हँसने की तमन्ना जागी !
मेरी तक़दीर ने जी भर के रुलाया मुझको !!
हुस्न वाले खूब वफाओ का सिला देते हैं !
हर मोड़ पे एक ज़ख्म नया देते हैं !!
अए दोस्त इस जहाँ में कोई अपना नहीं !
जब आग लगती हैं तो पत्ते भी हवा देते हैं !!
सौ दूरियों पे रह कर भी जुदा न थे !
वो मेरी जिंदगी थे बेवफा न थे !!
जरा सी बात को क़यामत बना डाला !
वर्ना कभी वो मुझसे इतना खफा न थे !!
गुलसन में भी बहार आते हैं !
हर किसी पे हम कहाँ यकीन कर पाते हैं !!
दिल का जिसपे होता हैं ज्यादा भरोसा !
कसम से उसी से हम धोखा खाते हैं !!
उस पार ही सही किनारा तो हैं !
टिमटिमाता ही सही सितारा तो हैं !!
हो जाती हैं आपकी यादों से ही तसल्ली !
दूर ही सही कोई हमारा तो हैं !!
सपनो से दिल लगाने की आदत न रही !
हर वक्त मुश्कुराने की आदत न रही !!
ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा !
अब हमें रूठ जाने की आदत न रही !!
ऐसा भी हो कभी उनसे मिला दे कोई !
कैसे हैं वो इतना तो बता दे कोई !!
वो तो खोए हैं अपने ही रंगों की दुनियाँ में !
मेरे दिल का हाल उन्हें बता दे कोई !!
जिंदगी का और कुछ न इरादा हैं !
बस तेरा साथ देने का वादा हैं !!
साथ तुम हो तो सबकुछ मेरा हैं !
वर्ना जिंदगी जीने का मकसद अधुरा हैं !!
दिल के हर गम को हँस कर उराते चले गए !
राहे वफ़ा में खुद को मिटाते चले गए !!
कुछ इस कदर गुजरी हैं जिंदगी अपनी !
खुद रोए और सब को हँसाते चले गए !!
हँसी मेरी थी पर चेहरा उनका था !
मेरे इस दिल पे सिर्फ नाम उनका था !!
जिसके लिए मैंने की अपनों से बगावत !
मेरे ही खिलाफ हर इलज़ाम उनका था !!
हर किसी को हम नहीं आजमाते !
हर किसी को हम नहीं सताते !!
सताते हैं तो सिर्फ दिल में रहने वालो को !
गैरों की तरफ तो हम नज़र भी नहीं उठाते !!
मोहब्बत भी अजीब सी होती हैं !
हर लम्हा उनकी कमी सी होती हैं !!
चाहते हैं उनको इस कदर हम !
ज़रा सी खरोच उनको लगे तो हमें तकलीफ होती हैं !!
तेरी याद में जरा आँखे भिंगो लूँ !
उदास रात की तनहाई में सो लूँ !!
अकेले गम का बोझ अब संभालता नहीं !
अगर तू मिलजाए तो तुझसे लिपटके रो लूँ !!
दिन का उजाला हो या रात की ख़ामोशी !
आपकी याद हमें तनहा होने नहीं देती !!
खुदा ने दिया हमें आप जैसा दोस्त !
बस ये ख़ुशी हमें रात भर सोने नहीं देती !!
दर्द इतना था जिंदगी में !
धड़कन साथ देने से घबरा गई !!
बंद थी आँखे किसी की याद में !
और मौत भी धोखा खा गई !!
तुम मेरी वफाओ को सदा याद करोगी !
खुद को मेरे याद में बर्बाद करोगी !!
मेरे प्यार को तुम जानो या न जानो !
तुम मुझे याद मेरे बाद करोगी !!
पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं !
वो सोचती हैं की हम कभी रोये ही नहीं !!
वो पूछती हैं की ख्वाबो में किसे देखते हो ?
और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं !!
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं !
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं !!
ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज !
हाथ में जाम हैं,मगर पिने का होश नहीं !!
आंसू से पलके भींगा लेता था !
याद तेरी आती थी तो रो लेता था !!
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर !
हर बार ये फैसला बदल लेता था !!
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर !
तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !!
सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर !
क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !!
दोस्त कह कर दोस्त से दगा कर बैठा !
वो आज एक ऐसा खता कर बैठा !!
कहता था तुझे कभी हम खपा ना होने देगे !
आज वो खुद ही हमें खपा कर बैठा !!
आदत थी उसे सबोके गमो को दूर करने की लेकिन !
हमारे लिए ही वो गमो की दुआ कर बैठा !!
उनकी तस्वीर को सिने से लगा लेते हैं !
इस तरह जुदाई का गम मिटा देते हैं !!
किसी तरह कभी उनका जिक्र हो जाये तो !
भींगी पलकों को हम झुका लेते हैं !!
एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर !
उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर !!
कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ !
एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर .... !!
हम तो यु ही बेखुदी में कह दिए !
की हमें कोई याद नहीं करते !!
जिसका हो आप जैसा प्यारा दोस्त!
वो कभी खुदा से भी फरियाद नहीं करते !!
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं !
साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं !!
पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं !
खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं!!
दिल में इंतजार की लकीर छोर जायेगे॥
आँखों में यादो की नमी छोर जायेगे !
ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन ........
जिन्दगी में एक दोस्त की कमी छोर जायेगे !!
वो वक्त वो लम्हे अजीब होंगे !
दुनियाँ में हम खुश नशीब होंगे !!
दूर से जब इतना याद करते हैं आपको !
क्या हाल होगा जब आप हमारे करीब होगे !!
चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं !
कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं !!
हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ......
हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं !!
तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ !
तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ !!
दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को !
पर इस जहाँ के रश्मो - रिवाज कैसे भुलादूँ !!
ये फूल ये खुशबू ये बहार !
तुमको मिले ये सब उपहार !!
आसमा के चाँद और सितारे !
इन सब से तुम करो सृंगार !!
तुम खुश रहों आवाद रहों......
खुशियों का हो ऐसी फुहार !
हमारी ऐसी दुआ हैं हजार !!
दामन तुम्हारा छोटा पर जाए !
जीवन में मिले तुम्हे इतना प्यार !!
मंजिले आसान सारे मुस्किले वे नूर हो !
दिल की जो हो तम्मना वो हमेशा दूर हो !!
लब पे लब की बात हो, खुशियों में सिमटी जिन्दगी !
गम भरी पारछाइया आँचल से लाखो दूर हो !!
जब से ये नया साल आया !
जुबा पे तेरा नाम लाया !!
छुपते - छुपते मिलना हैं होता !
मुहब्बत में कैसा मुकाम लाया !!
हस गुजरेगा साल नया हमें एतवार हैं !
बसे परदेश तो क्या, नहीं कम प्यार हैं !!
ख्वाबे मत देखना, आवाज़ रहता जिगर ख़याल हैं !
मिलेगी इजाजत जानेमन लौट पहनाना बाँहे हार हैं !!
मुबारक हो तुम्हे नववर्ष का महिना !
चमको तुम जैसे फागुन का महिना !!
पतझर न आये तेरी जिन्दगी में !
यही हैं दोस्त अपनी तम्मना !!
वादा न करो अगर तुम निभा न सको !
चाहो न उन्हें जिसे तुम पा न सको !!
वैसे दोस्त तो दुनियाँ में बहुत होते हैं !!
पर एक खास रखो जिसके बिना तुम मुस्कुरा न सको !!
उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता हैं !
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता हैं !!
दिल टूटकर बिखरता हैं इस कदर जैसे !
कोई काँच का खिलौना चूर-चूर होता हैं !!
वो इंकार करते हैं इकरार के लिए !
नफरत भी करते हैं तो प्यार के लिए !!
उलटी चाल चलते हैं ये इश्क वाले !
आँखे बंद करते हैं दीदार के लिए !!
वो रुठते रहे हम मनाते रहे !
उनकी राहों में पलके बिछाते रहे !!
उसने कभी पलट के भी नहीं देखा !
हम आँख झपकने से भी कतराते रहे !!
तेरी दोस्ती हम इस तरह निभायेगे !
तुम रोज खपा होना हम रोज मनायेगे !!
पर मान जाना मनाने से ........वर्ना !
ये भींगी पलके ले कर हम कहा जायेगे !!
दिल के बाज़ार में दौलत नहीं देखि जाती !
प्यार हो जाये तो सूरत नहीं देखि जाती !!
एक साथी पे लुटा दो अपना सब कुछ !
क्योकि पसंदहो चीजतो किम्मत नहीं देखिजाती !!
तू देख या न देख, तेरे देखने का ग़म नहीं !
तेरा न देखना भी तेरे देखने से कम नहीं !!
सामिल नहीं हैं जिसमे तेरी यादे ......
वो जिन्दगी भी किसी जहनुम से कम नहीं !!
पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं !
वो सोचती हैं की हम कभी रोये ही नहीं !!
वो पूछती हैं की ख्वाबो में किसे देखते हो ?
और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं !!
यादों में तेरी आहे भरता हैं कोई !
हर साँस के साथ तुझे याद करता हैं कोई !!
मौत सच हैं एक दिन आनी हैं लेकिन ....
तेरी याद में हर रोज़ मरता हैं कोई !!
निगाहे निगाहों से मिला कर तो देखो !
नए लोगो से रिश्ता बना कर तो देखो !!
हसरते को दिल में दबाने से क्या फायदा !
अपने होठो को थोड़ा हिला कर तो देखो !!
आसमान सिमट जायेगी तुम्हारी आगोस में !
चाहत की बाहें फैला कर तो देखो !!
आपकी आसयाने को दिल में बसाए हैं !
आपकी यादों को सिने से लगाये हैं !!
पता नहीं आपकी ही याद क्यों हैं आती !
दोस्त तो हमने और को भी बनाया हैं !!
दोस्ती गज़ल हैं गाने-गुनगुनाने के लिए !
दोस्ती नगमा हैं सुनने-सुनाने के लिए !!
ये वो जज्बा हैं जो सबको नहीं मिलती !
क्योकि आप जैसा चाहिए निभाने के लिए !!
जिन्दगी हैं नादान इस लिए चुप हूँ ....
दर्द ही दर्द हैं सुबह-साम इसलिए चुप हूँ !
कह दूँ ज़माने से दास्ताँन अपनी ....
उसमे आएगी तेरा नाम इस लिए चुप हूँ !!
होठ कह नहीं सकते जो फसाना दिल का !
शायद नजरो से वो बात हो जाए !!
इस उम्मीद से करते हैं इंतजार रातो का !
की शायद सपने में मुलाकात हो जाए !!
समझा दो अपनी यादों को .....
वो बिन बूलाए पास आया करती हैं !!
आप तो दूर रहकर सताती हो मगर ...
वो पास आकर रुलाया करती हैं !!
गम ने हंसने न दिया..
ज़माने ने रोने न दिया..
इस उलझन ने जीने न दिया !
थक कर जब सितारों से पनाह ली..
निंद आयी तो आपकी यादों ने सोने न दिया !!
किसी न किसी पे किसी को एतवार हो जाता हैं !
अजनबी कोई शक्स यार हो जाता हैं .....
खूबियों से नहीं होती मोहब्बत भाई साहेब ...
खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता हैं !!
खुदा से थोड़ा रहम खरीद लेते !
आपके गमो का मरहम खरीद लेते !!
अगर कही कभी बिकती खुशिया मेरी !
सारे बेच कर आपके गम खरीद लेते !!
हमें हँसने - हँसाने की आदत हैं !
नजरो से नज़रे मिलाने की आदत हैं !!
पर हमारी तो नज़र उनसे हैं जा मिली !
जिन्हें नज़र झुकाके सर्माने की आदत हैं !!
जो खो जाता हैं मिलके जिन्दगी में !
गज़ल हैं नाम उसका शायरी में !!
निकल आते हैं आंसू हस्ते - हस्ते !
ये किस ग़म की कसक" हैं हर ख़ुशी में !!
आशिक आँखों ही आँखों में बात समझ लेते हैं !
सपनो में मिलने को मुलाकात समझ लेते हैं !!
रोता हैं ये आसमा भी ज़माने के लिए .....
पागल हैं लोग उसे बरसात समझ लेते हैं !!
ग़म में हँसने वाले को रुलाया नहीं जाता !
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता !!
होने वाले हो जाता हैं खुद ही दिल से अपने !
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता !!
आपकी याद सताए तो हम क्या करे!
आपसे अगर दिल मिलना चाहे तो क्या करे!!
लोग कहते हैं की सपनो में भी होती हैं मुलाकात!
लेकिन निन्द न आये तो क्या करे !!
हर आदमी की किश्मत में तस्वीर नहीं होती!
हर किसी की एक जैसी तक़दीर नहीं होती!!
और भी होगे हम जैसे बदनशीब दुनिया में!
जिसके हाथो में मोहब्बत की लकीर नहीं होती!!
हर ख़ुशी हमारी लगने लगी हैं!
जिंदगी हमें न्यारी लगने लगी हैं!!
जब हम चाहते हैं किसी को तो!
जाने क्यों उसकी हर अदा प्यारी लगने लगी हैं !!
थक गए हम इंतजार करते - करते!
हजार बार रब से फरियाद करते - करते!!
एकभी बार तेरे मुह से निकला नहीं मेरा नाम!
टूट रहे हैं एक तरफा प्यार करते - करते!!
दोस्ती की महक इश्क से कम नहीं होती!
इश्क से ही जिंदगी ख़त्म नहीं होती!!
अगर साथ हो जिंदगी में अच्छे दोस्त का!
जिंदगी किसी जन्नत से कम नहीं होती!!
करनी हैं खुदा से गुजारिश की मेरी !
दोस्ती के सिवा कोई बंदगी ना मिले !!
हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा !
या फिर दोस्ती ना मिले ....... !!
ये दुनियाँ गम तो देती हैं !
सरीके गम नहीं होती !!
किसी के दूर होने से !
मोहब्बत कम नहीं होती !!
जब याद तुम्हारी आती हैं !
दिल खून का आंसू रोता हैं !!
बेदर्द जमाना क्या जाने !
इस दिल में क्या - क्या होता हैं !!
दिल जो डूबा आशा के गम आँख में मचल गए !
एक चिराग क्या बुझा सौ चिराग जल गए !!
मेरी और उनकी राह बस इतनी देर एक थी !
दो कदम चले ही थे की रास्ता बदल गए !!
हाथों के लकीर पर एतवार करलेना !
भरोसा हो तो हर हदों को पार करलेना !!
खोना और पाना तो नशीब का खेल हैं !
दिल जिसे अपनाले उसी के प्यार कर लेना !!
यूँ न रूठो मुझसे दिल सहम सा जाता हैं !
हर पल में तेरा ही तो ख्याल आता हैं !!
दिल तो मेरा सिर्फ सांसे लेता हैं !
लेकिन जिंदगी तो ये तुझे बताता हैं !!
हर कोई साथ हो ये जरुरी नहीं होता !
जगह तो दिल में बनायीं जाती हैं !!
पास होकर भी दोस्ती इतनी अटूट नहीं होती !
जितनी की दूर रह कर निभाई जाती हैं !!
तनहा हो कभी तो मुझको ढूँढना !
दुनियाँ से नहीं अपने दिल से पूछना !!
आस पास ही कही बसे रहते हैं हम !
यादों से नहीं साथ गुजरे वो लम्हों से पूछना !!
फूल सबनम में डूब जाते हैं !
ज़ख्म मरहम में डूब जाते हैं !!
जब कोई सहारा नहीं मिलता हमें !
हम आपके यादों में डूब जाते हैं !!
बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता !
जो बीत गया वो गुजर क्यों नहीं जाता !!
वो एक चेहरा तो नहीं सारे जमाने में !
जो दूर हैं वो दिल से उतरा क्यों नहीं जाता !!
थोड़ासा दिल उदाश कर लिया करो !
हम से दुरी का एहसास कर लिया करो !!
हमेशा हम ही पहले याद करते हैं आपको !
कभी आपभी तो हमें याद कर लिया करो !!
जाने क्या ज़माना हमसे चाहता हैं !
हर कोई हमें आज़माना चाहता हैं !!
जाने क्या हैं हमारे चेहरे में !
हर कोई हमें हँसा के फिर रुलाना चाहता हैं !!
सुकून मिल गया दिल को बदनाम होके !
हर इलज़ाम पे बे जुबान होके !!
लोग पढ़ लेंगे तेरी आँखों में मोहब्बत मेरी !
तू लाख इनकार कर अनजान होके !!
क्यों कोई किसी का इंतजार करता हैं !
क्यों कोई किसी पे इतना एतबार करता हैं !!
खुदा ने बनाई ये कैसी रीत.....!
किसी को खबर नहीं की कोई उसको कितना प्यार करता हैं !!
सब के चेहरे पे वो बात नहीं होती !
थोड़े अँधेरे से रात नहीं होती !!
जिंदिगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं !
कमबख्त उन्ही से तो मुलाकात नहीं होती !!
दिल करता हैं मेरा की कोई रात ऐसा आए !
देखे जो साथ हमको फिर लौट के ना जाए !!
मैं तुमसे कुछ ना बोलू, तू मुझसे कुछ ना बोले !
खामौसियाँ भी सोचे की ये कौन सी अदा हैं !!
जो खो जाता हैं मिलके जिन्दगी में !
गज़ल हैं नाम उसका शायरी में !!
निकल आते हैं आंसू हस्ते - हस्ते !
ये किस ग़म की कसक" हैं हर ख़ुशी में !!
आशिक आँखों ही आँखों में बात समझ लेते हैं !
सपनो में मिलने को मुलाकात समझ लेते हैं !!
रोता हैं ये आसमा भी ज़माने के लिए .....
पागल हैं लोग उसे बरसात समझ लेते हैं !!
ग़म में हँसने वाले को रुलाया नहीं जाता !
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता !!
होने वाले हो जाता हैं खुद ही दिल से अपने !
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता !!
आपकी याद सताए तो हम क्या करे!
आपसे अगर दिल मिलना चाहे तो क्या करे!!
लोग कहते हैं की सपनो में भी होती हैं मुलाकात!
लेकिन निन्द न आये तो क्या करे !!
हर आदमी की किश्मत में तस्वीर नहीं होती!
हर किसी की एक जैसी तक़दीर नहीं होती!!
और भी होगे हम जैसे बदनशीब दुनिया में!
जिसके हाथो में मोहब्बत की लकीर नहीं होती!!
हर ख़ुशी हमारी लगने लगी हैं!
जिंदगी हमें न्यारी लगने लगी हैं!!
जब हम चाहते हैं किसी को तो!
जाने क्यों उसकी हर अदा प्यारी लगने लगी हैं !!
बड़ा अरमान था तेरे संग जिंदगी बिताने का!
सिकवा हैं बस तेरे खामौस रह जाने का!!
दीवानगी ऐसे बढ़ा कर क्या होगी!
आज भी इंतजार हैं तेरे आने का!!
लम्हे तो रुक्सत हो जाते हैं!
पर कुछ यादो के दायरे बन जाते हैं!!
भूल जाना तो इन्सान की फिदरत हैं!
पर कुछ दोस्त यादो में बस जाते हैं!
थक गए हम इंतजार करते - करते!
हजार बार रब से फरियाद करते - करते!!
एकभी बार तेरे मुह से निकला नहीं मेरा नाम!
टूट रहे हैं एक तरफा प्यार करते - करते!!
दोस्ती की महक इश्क से कम नहीं होती!
इश्क से ही जिंदगी ख़त्म नहीं होती!!
अगर साथ हो जिंदगी में अच्छे दोस्त का!
जिंदगी किसी जन्नत से कम नहीं होती!!
करनी हैं खुदा से गुजारिश की मेरी !
दोस्ती के सिवा कोई बंदगी ना मिले !!
हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा !
या फिर दोस्ती ना मिले ....... !!
ये दुनियाँ गम तो देती हैं !
सरीके गम नहीं होती !!
किसी के दूर होने से !
मोहब्बत कम नहीं होती !!
जब याद तुम्हारी आती हैं !
दिल खून का आंसू रोता हैं !!
बेदर्द जमाना क्या जाने !
इस दिल में क्या - क्या होता हैं !!
दिल जो डूबा आशा के गम आँख में मचल गए !
एक चिराग क्या बुझा सौ चिराग जल गए !!
मेरी और उनकी राह बस इतनी देर एक थी !
दो कदम चले ही थे की रास्ता बदल गए !!
हाथों के लकीर पर एतवार करलेना !
भरोसा हो तो हर हदों को पार करलेना !!
खोना और पाना तो नशीब का खेल हैं !
दिल जिसे अपनाले उसी के प्यार कर लेना !!
यूँ न रूठो मुझसे दिल सहम सा जाता हैं !
हर पल में तेरा ही तो ख्याल आता हैं !!
दिल तो मेरा सिर्फ सांसे लेता हैं !
लेकिन जिंदगी तो ये तुझे बताता हैं !!
हर कोई साथ हो ये जरुरी नहीं होता !
जगह तो दिल में बनायीं जाती हैं !!
पास होकर भी दोस्ती इतनी अटूट नहीं होती !
जितनी की दूर रह कर निभाई जाती हैं !!
तनहा हो कभी तो मुझको ढूँढना !
दुनियाँ से नहीं अपने दिल से पूछना !!
आस पास ही कही बसे रहते हैं हम !
यादों से नहीं साथ गुजरे वो लम्हों से पूछना !!
दोस्ती तो एक अनमोल ताज़ होता हैं !
दोस्त को जिसपे नाज़ होता हैं !!
कृष्णा और सुदामा को देख कर पता चलता हैं !
की भगवान् भी दोस्ती का मोहताज़ हैं !!
चाँद की जुदाई में आसमान भी रोता हैं !
उसकी झलक पाने को हर सितारा तरसता हैं !!
बादल का दर्द भी देखो जानेमन !
चाँद की याद में वो भी बरसता हैं !!
ना समझा मेरी मोहब्बत को तुमने !
ना समझी गई तेरी वफा मुझसे !!
गिला ना किया था कभी भी हमने !
अब क्या करेगे सिकायत तुझसे !!
चाँद के लिए सितारे हजार हैं !
मगर सितारों के लिए चाँद एक हैं !!
उसी तरह आपके लिए होगें हजारो !
मगर हमारे लिए आप सिर्फ एक हैं !!
नफरत तुम कभी न करना हमसे,
हम ये सह नहीं पाएंगे,
एक बार कह देना हमसे जरुरत नहीं अब तुम्हारी,
तेरी दुनिया से हँस कर चले जायेंगे !
हम जानते है की ये ख्वाब झूटे है,
और ये खुशिया अधूरी है,
मगर जिन्दा रहने के लिए,
मेरे दोस्तों कुछ गलत फेहमियां भी जरुरी है...
दिल से याद करो तो एक तस्वीर तुम्हारी है,
हर पल महसूस किया वह साथ तुम्हारा है,
एक अक्स ढूँढा है मैंने वह तुम हो,
कुछ भी कहो बस यार हमारे तुम हो...
होठो पे दिल के तराने नहीं आते!
शाहिल पे समंदर के फ़साने नहीं आते!!
हममे दुरी सिर्फ इस बात की है की!
हमे आपसे मिलने के बहाने नहीं आते!!
रोएगी ये आँखें मुस्कुराने के बाद!
आएगी रात दिन ढल जाने के बाद!!
रूठना न हमसे कभी ऐ मेरे दोस्त!
सायद ये जिंदगी न रहे तेरे रूठ जाने के बाद!!
कभी खामौशी खुछ कह जाती हैं!
सोचने के लिए सिर्फ यादें रह जाती हैं!!
क्या फ़र्क परता हैं दूर हो या पास!
दुरियाँ ही दोस्ती की मतलब सिखाती हैं!!
बड़ा अरमान था तेरे संग जिंदगी बिताने का !
शिकवा हैं बस तेरे खामोश रह जाने का !!
दीवानगी इस से बढ़ा के क्या होगी !
मुझे आज भी इंतजार हैं तेरे आने का !!
तेरे होठों से लग कर ये हवा शराब बन गई !
आँखों से लग कर ये हिजाब बन गई !!
सच ही कहती हैं ये दूनियाँ जानेमन !
की मुझ से मिलकर तू लाजबाब हो गई !!
फिर करने लगा हिसाब जिंदगी का !
ये भी एक जरिया हैं तुम्हे याद करने का !!
यादों के खाख में ढूंढ़ रहा था एक हँसी !
आँखों से भी टपका तो एक कतरा .... !!
काश वादों का मतलब वो समझते !
काश खामौसी का मतलब वो समझते !!
नज़र कहती हैं हजार बातें !
काश मेरे एक नज़र का मतलब वो समझते !!
हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी !
हर हवा खिसा हमारा सुनाएगी !!
हम इतने यादें भर देगे आपके दिल में !
ना चाहते हुवे भी आपको याद हमारी आएगी !!
आँखों में आंसुओ को उभरने ना दिया !
मिट्टी के मोतियों को बिखरने ना दिया !!
जिस राह पे पड़े थे तेरे कदमो के निशान !
उस राह से किसी को गुजरने ना दिया !!
प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती हैं !
हर वक़्त इन्तहा की घड़ी साथ होती हैं !!
वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देखना !
दोस्ती हर रिश्तो से लाजवाब होती हैं !!
तुम्हे हमारी याद कभी तो आती होगी !
दिल की धड़कन भी सायद बढ़ जाती होगी !!
कितना चाहा था हमने की साथ - साथ रहे !
यह सोच कर तुम्हारी भी आँख भर आती होगी !!
दोस्ती तो सिर्फ एक इत्तफाक हैं !
यह तो दिलो की मुलाक़ात हैं !!
दोस्ती नहीं देखती यह दिन हैं की रात हैं !
इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज्बात हैं !!
मोहब्बत के बिना ज़िन्दगी फिजूल हैं !
पर मोहब्बत के भी अपने उसूल हैं !!
कहते हैं मिलती हैं मोहब्बत में बहुत उल्फ़ते !
पर आप हो महबूब तो सब कबूल हैं !!
तुम मेरी वफाओ को सदा याद करोगी !
खुद को मेरे याद में बर्बाद करोगी !!
मेरे प्यार को तुम जानो या न जानो !
तुम मुझे याद मेरे बाद करोगी !!
मांग कर तुझे रव से पाया नहीं हमने !
कौन सा वो ख्वाब हैं जो पलकों में सजाया नहीं हमने !
तुम तो भुलोगी मुझे मालूम हैं ये जाने - जाना !
मगर एक लम्हा भी कभी तुझको भुलाया नहीं हम ने !!
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों हैं !
इनकार करने पर भी चाहत का इकरार क्यों हैं !!
उसे पाना नहीं हैं मेरी तक़दीर में सायद !
फिर भी हर मोड़ पर उसका इंतजार क्यों हैं !!
नाकाम सी कोशिस किया करते हैं !
हम हैं की उनसे प्यार किया करते हैं !!
खुदा ने तक़दीर में टुटा तारा भी नहीं लिखा !
और हम हैं की चाँद की आरजू किया करते हैं !!
कसूर ना उनका हैं ना मेरा !
हम दोनों ही रिश्तों की रस्में निभाते रहे !!
वो दोस्ती का एहसास जताते रहे !
हम मोहब्बत को दिल में छुपाते रहे !!
तेरी इस रुख को परखना मुश्किल हैं !
तेरी हर अदा को समझना मुश्किल हैं !!
कही तेरे इस बेरुखी से टूट न जाऊ !
क्योकि अब टूटकर सम्भलना मुश्किल हैं !!
ख़ुशी तलास ली मैंने गम के आशियाने में !
अब कोई और क्या देगा मुझे इस ज़माने में !!
कोई किसी के लिए इतना बेरहम न बने !
जितना दुनियां बन गई मुझको सताने में !!
सबसे उसने दोस्ताना बना रखा हैं !
हर किसी को अपना दीवाना बना रखा हैं !!
हर कोई देख लेता हैं उसकी सूरत में अपनी सूरत !
जैसे उसने अपनी सूरत पे कोई आईना लगा रखा हैं !!
फूलो का क्या हैं? ये खिलते हैं बिखर जाते हैं !
लोग दुनियाँ में मिलते हैं बिछर जाते हैं !!
मुश्किल होता हैं भूलना उन लोगों को !
आँखों के रास्ते जो दिल में उतर जाते हैं !!
हम नजरो से दूर हैं आँखों से नहीं !
हम ख्वाबो से दूर हैं खयालो से नहीं !!
हम दिल से दूर हैं धड़कनो से नहीं !
हम आपसे दूर हैं आपके यादो से नहीं !!
तुम आए हो जिंदगी में कहानी बनकर !
तुम आए हो जिंदगी में रात की चांदनी बन कर !!
बसा लेते हैं जिंदगी हम आँखों में !
तुम अक्सर निकल जाती हो आँखों से पानी बन कर !
देख के हमको वो सर झुकाती हैं !
बुला के महफिल में नज़रे चुराती हैं !!
नफरत हैं हमसे तो भी कोई बात नही !
पर गैरों से मिल के दिल क्यो जलाती हैं !!
एक पल का एहसास बनकर आती हो तुम !
दुसरे ही पल खुशबू के तरह उड़ जाती हो तुम !!
जानती हो डर लगता हैं तनहइयो से हमें !
फिर भी तनहा हमें छोड़ जाती हो तुम !!
हो सकता हैं हमने अनजाने में कभी आपको रुला दिया !
आपने दुनियाँ के कहने पर हमको भुला दिया !!
हम तो वैसे भी अकेले थे !
क्या हुवा अगर आपने एहसास दिला दिया !!
उनका वादा हैं की वो लौट कर आएगी !
इस उम्मीद पर हम जिए जायेगे !!
ये इंतजार भी उन्ही के तरह प्यारा हैं !
कर रहे थे, कर रहे हैं, और किए जायेगे !!
आँखों में आसूँ आ जाते हैं !
फिर भी लबो पे हँसी रखनी परती हैं !!
ये मोहब्बत भी क्या चीज हैं यारो !
जिससे करते हैं उसी से छुपानी परती हैं !!
नज़र चाहती हैं दीदार करना !
दिल चाहता हैं तुमसे बात करना !!
क्या सुनाऊ अपने दिल का आलम !
मेरे नशीब में लिखा सिर्फ़ तेरा इंतजार करना !!
फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी हैं !
मुस्कुराके गम भुलाना जिंदगी हैं !!
मिल कर खुश हुवे तो क्या हुवे !
बिना मिले रिश्ते निभाना जिंदगी हैं !!
कुदरत के करिश्मों में अगर रात न होती !
ख्वाबों में भी उन से मुलाकात न होती !!
ये दिल हर एक गम की वजह हैं !
ये दिल ही न होती तो कोई बात न होती !!
दिल जब टूटता हैं तो आवाज़ नही आती !
हर किसी को मोहब्बत रास नही आती !!
ये तो अपने अपने नशीब की बात हैं दोस्त !
कोई भूलता ही नही किसी को याद ही नही आती !!
दिल करता हैं मेरा की कोई रात ऐसा आए !
देखे जो साथ हमको फिर लौट के ना जाए !!
मैं तुमसे कुछ ना बोलू, तू मुझसे कुछ ना बोले !
खामौसियाँ भी सोचे की ये कौन सी अदा हैं !!
प्यासी निगाहों ने हर पल उनका दीदार माँगा !
जैसे अमावस ने हर रात चाँद माँगा !!
आज रूठ गया हैं वो खुदा भी हमसे !
जब हमने अपनी हर दुवा में उनका साथ माँगा !!
तम्मनाओ से नही तन्हाई से डरते हैं !
प्यार से नही रुसवाई से डरते हैं !!
मिलने की तो बहुत चाहत हैं आपसे !
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं !!
दिल से तेरा ख्याल न जाए तो मैं क्या करू !
तू ही बता तू याद आए तो मैं क्या करू !!
हसरत तो ये हैं की एक नज़र तुझे देख लूँ !
मगर किश्मत वो लम्हे न लाये तो मैं क्या करू !!
सभी को सभी कुछ नही मिलता !
नदी को हर लहर का साहिल नही मिलता !!
ये दिलवालों की दुनियाँ हैं अजीब !
किसी को दिल नही मिलता तो कोई दिल से नही मिलता !!
रात की करवटों को बद-गुमानी हैं !
जो भी चाहे कर ले तेरी मन मानी हैं !!
सवरता हैं इश्क रात की जुल्फों में !
प्यार से लिपटने की चाहत ही जिंदगानी हैं !!
तेरी यादों के बिखरे टुकरे चुन कर !
गुजरे लम्हों की तस्वीर बाला लूँ...
अपनी हर ख़ुशी तेरे नाम लिख के !
तेरे दुखो को अपनी तक़दीर बना लूँ...
कहीं दूर से एक बार सता दो मुझे !
मेरे तन्हाई का एहसास दिला दो मुझे !!
तुम तो रौशनी हो मेरे जिंदगी का....!
दिया हूँ मैं किसी दहलीज़ पर ही जला दो मुझे !!
यादें आँशु होती तो छलक जाती !
यादें लिखावट होती तो मिट जाती !!
यादें तो जिंदगी में बसा वो एहसास हैं !
जो लाख कोशिश के बाद भी लब्जो में बयां नहीं होती !!
कुछ दोस्तों ने हमको भी मशहूर कर दिया !
गम में भी मुश्कुराने पर मजबूर कर दिया !!
आप भी सामिल हैं उन गिनती के लोगों में !
जिन्होंने हमें काँच से कोहिनूर कर दिया !!
दिन तेरे ख़याल में गुजर जाता हैं !
रातों को भी ख़याल तेरा ही आता हैं !!
कभी ये ख़याल इस तरह बढ़ जाता है की !
आयने में भी तेरा ही चेहरा नज़र आता हैं !!
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं !
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं !!
ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज !
हाथ में जाम हैं,मगर पिने का होश नहीं !!
हम वो नहीं की भूल जाया करते हैं !
हम वो नहीं जो निभाया करते हैं !!
दूर रहकर मिलना सायद मुस्किल हो !
पर याद करके सांसो में बस जाया करते हैं !!
हर वक्त मुस्कुराना फिदरत हैं हमारी !
आप यूँ ही खुश रहे हसरत हैं हमारी !!
आपको हम याद आये या ना आये !
आपको याद करना आदत हैं हमारी !!
उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा !
आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा !!
बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप !
आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा !!
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर !
तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !!
सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर !
क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !!
उनकी तस्वीर को सिने से लगा लेते हैं !
इस तरह जुदाई का गम मिटा देते हैं !!
किसी तरह कभी उनका जिक्र हो जाये तो !
भींगी पलकों को हम झुका लेते हैं !!
एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर !
उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर !!
कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ !
एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर .... !!
हम तो यु ही बेखुदी में कह दिए !
की हमें कोई याद नहीं करते !!
जिसका हो आप जैसा प्यारा दोस्त!
वो कभी खुदा से भी फरियाद नहीं करते !!
हर कोई साथ हो ये जरुरी नहीं होता !
जगह तो दिल में बनायीं जाती हैं !!
पास होकर भी दोस्ती इतनी अटूट नहीं होती !
जितनी की दूर रह कर निभाई जाती हैं !!
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं !
साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं !!
पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं !
खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं!!
दिल में इंतजार की लकीर छोर जायेगे॥
आँखों में यादो की नमी छोर जायेगे !
ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन ........
जिन्दगी में एक दोस्त की कमी छोर जायेगे !!
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