Zakhm-e Dil Shayari, न हुवा हूँ बेवफा....
न हुवा हूँ बेवफा बस बदल सा गया हूँ !
प्यार की बातें करने से संभल सा गया हूँ !!
टुटा जो दिल तो दर्द हुवा इतना....!
मिले जख्मो से कुछ संभल सा गया हूँ !!
न हुवा हूँ बेवफा बस बदल सा गया हूँ !
प्यार की बातें करने से संभल सा गया हूँ !!
टुटा जो दिल तो दर्द हुवा इतना....!
मिले जख्मो से कुछ संभल सा गया हूँ !!
इश्क दो जिंदगी का अफसाना हैं !
इश्क का अपना ही एक तराना हैं !!
पता हैं सब को मिलेंगे सिर्फ आंसू !
पर न जाने दुनियाँ में हर कोई क्यूँ इश्क का ही दीवाना हैं !!
आए मेरे नादान दिल रोते नहीं !
कुछ अपने होके भी पास होते नहीं !!
ज़रा सी फासलों से उदाश कैसे....!
दिल में बसने वाले कभी दूर होते नहीं !!
नज़रों को आंसुओ की कमी नहीं होती !
फूलों को बहारों की कमी नहीं होती...!!
आप क्यूँ इस न चीज को याद करोगे !
आप तो आसमा हो और आसमा को सितारों की कमी नहीं होती !!
कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !!
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले...!
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!
चाहे प्यार कितनो भी दूर रहे !
प्यार के सिलसिले कभी न कम होंगे !!
जब भी लगे तुम तकलीफ में हो !
पलट कर देखना तेरे पीछे हम होंगे !!
आपकी धड़कन से हैं रिश्ता हमारा !
आपकी साँसों से हैं नाता हमारा !!
भूल कर भी कभी भूल न जान !
आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा !!
उदासी भी मुस्कान बन जायेगी !
रूकती हुई सांसे भी जान बन जायेगी !!
भेज दीजिये हवाओं में अपनी खुशबू !
वो ही हमारी ख़ुशी का फरमान बन जाएगी !!
समझ न सके उन्हें हम !
क्योकि हम प्यार के नशे में चूर थे !!
अब समझ में आया जिसपे हम जान लुटाते थे !
वो दिल तोरने के लिए मशहूर थे !!
मुझे उसके पहलु में आशियाना न मिला !
उसकी झुल्फों की छाव में ठिकाना न मिला !!
कह दिया उसने बेवफा मुझको....!
जब उन्हें जानने का कोई बहाना न मिला !!
अब भी ताज़ा हैं जख्म सिने में !
बिन तेरे क्या रखा हैं जीने में...!!
हम तो जिन्दा हैं तेरा साथ पाने को !
वर्ना देर नहीं लगती हैं जहर मिने में !!
प्यास ऐसी की पी जाऊ आँखे तेरी !
नसीब ऐसा की हासिल जहर भी नहीं !!
बे ग़र्ज वफाए कोई हमसे पूछे...!
जिसे टूट के चाहा उसे खबर भी नहीं !!
उसको चाहते रहेंगे यूँ उम्र गुजर जायेगी !
मौत आएगी और जिंदगी ले जायेगी !!
मेरे मरने पे भी मेरे सनम को रोने न देना !
उसको रोते देख मेरी रूह तड़प जायेगी !!
समझ सका न कोई मेरे दिल को !
ये दिल यूँ ही नादान रह गया !!
मुझे कोई गम नहीं इस बात का !
अफसोस हैं की मेरा यार भी मुझसे अंजान रह गया !!
कुछ रिश्ते अनजाने में हो जाते हैं !
पहले दिल फिर जिंदगी से जुर जाते हैं !!
कहते हैं उस दौर को दोस्ती....!
जिसमे लोग जिंदगी से भी प्यारे हो जाते हैं !!
यूँ नज़र से की बात और दिल चुरा गए !
अँधेरे के साए में धड़कन सुना गए....!!
हम तो समझे थे अजनबी आप को !
पर आप तो हमें अपना बना गए !!
ये छोटी सी याद बरा सिला देगी !
गुलाब की तरह आपका चेहरा खिला देगी !!
मत छोरना कभी हमारी दोस्ती को !
ये याद खुद आपको हमसे मिला देगी !!
सिर्फ दो कदम दूर किनारा होगा !
सोचो कितना खुबशुरत वो नज़ारा होगा !!
बस दिल जो कहे उसे करना....!
फिर देखना जो तुम सोचोगे वो तुम्हारा होगा !!
न समझ भूल गया हूँ तुझे !
तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी हैं !!
मजबूरियों ने निभाने न दी मोहब्बत !
सच्चाई मेरी वाफाओ में आज भी हैं !!
वो दिल की हालात से अनजान न था !
इसी घर का था मेहमान न था....!!
जिसके दम से थी रौनक वो कही और जा बसा !
वर्ना हारा घर इतना वीरान न था...!!
तेरे होने से एक ख़ुशी जूरी हैं !
तेरी आँखों से एक रौशनी जूरी हैं !!
अपने होठों की हँसी कम न होने देना !
क्योकि तेरी हँसी से एक जिंदगी जूरी हैं !!
दिल में कोई और बसा तो नहीं !
ये चाहत इश्क की ज्यादा तो नहीं !!
सब मुझे चाहने लगे हैं....!
कहीं मुझ में तुम्हारे जैसी कोई अदा तो नहीं !!
चाहते हो किसी की मोहब्बत तो कहना तो होगा !
इकरार मिले या इनकार अंजाम सहना तो होगा !!
ये प्यार समंदर हैं आग का दोस्तों....!
कश्ती भले मोम की हो बहना तो होगा !!
न कोई तस्वीर न कोई निशानी थी !
न कोई जंजीर न कोई कहानी थी !!
आपका दोस्त होना इत्तफाक था शायद !
या फिर खुदा की हम पे कोई मेहरबानी थी !!
आंसू की बुँदे हैं या आँखों में नमी हैं !
न ऊपर आसमान हैं न निचे जमीन हैं !!
ये कैसा मोड़ हैं जिंदगी का.....!
आपकी ही जरुरत हैं और आपकी ही कमी हैं !!
रिश्ता दोस्ती का बनता हैं अगर तक़दीर होती हैं !
बहुत कम लोगो के हाथ में ये लकीर होती हैं !!
जुदा न हो कभी कोई दोस्त किसी का....!
कसम खुदा की बिछरने पर बहुत तकलीफ होती हैं !!
आज कह दिया फिर न कहना कभी !
मेरी नज़रों से दूर तुम न रहना कभी !!
ख़ुशी बनकर लबों पे आये हो तुम...!
आंसू बन कर आँखों से न बहना कभी !!
वो हमसे राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं !
खुद बे-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !!
जिंदगी तुने तो वफ़ा हमसे न की....!
हम अगर तुझे ठुकराए जरुरी तो नहीं !!
एक आशियाना जो दिल ने बसाना चाहा !
सारी दुनियाँ ने उसे मिटाना चाहा...!!
वो जाने क्यों हमसे दूर होते चले गए !
जिन्हें हमने सिर्फ अपना बनाना चाहा !!
(५) तक़दीर के रंग कितने अजीब हैं !
अनजाने रिश्ते हैं फिर भी अजीब हैं !!
किसी को दोस्त आपके जैसा नहीं मिला !
मुझे अनजाने में आप मिले ये नसीब हैं !!
(४) जिंदगी चाहत का एक सिलसिला हैं !
कोई मिल जाता हैं, कोई बिछर जाता हैं !!
जिसे मांगते हैं हम अपनी दुवा में...!
वो किसी और को बिन मांगे मिल जाता हैं !!
(३) भींग जाती हैं पलके तन्हाई में !
डरते हैं कोई जान न लें.....!!
पसंद करते हैं तेज़ बरसात में चलना !
कही रोते हुए को कोई पहचान न ले !!
प्यार में किसी को खोना भी जिंदगी हैं !
जिंदगी में गमो का होना भी जिंदगी हैं !!
यूँ तो रहते हैं होठों पे मुस्कुराहट....!
पर शायद चुपके से रोना भी जिंदगी हैं !!
छोटी सी बात पे कोई शिकवा न करना !
कोई भूल हो जाए हमसे तो माफ़ करना !!
नाराज़ तब होना जब हम रिश्ता तोर देंगे !
क्योकि ऐसा तो तब होगा जब हम दुनियाँ छोर देंगे !!
बिना पुकारे हमें साथ पाओगे !
करो वादा की दोस्ती आप भी निभाओगे !!
मतलब ये नहीं की रोज़ याद करना...!
बस याद रखना उस वक्त जब अकेले पानीपूरी खाओगे !!
कितनी राहत हैं दिल टूट जाने के बाद !
अपने आप से मिला सब कुछ खोने के बाद !!
मुझे हैरत हैं मैं अब तक कैसे जिन्दा हूँ !
मौत रोज़ आती हैं उसकी याद आने के बाद !!
किसलिए इतनी सजा देते हो !
कभी करते हो याद तो कभी भुला देते हो !!
अजीब मैंने आपकी मोहब्बत का सिलसिला देखा !
कभी ख़ुशी और कभी अपनी याद में रुला देते हो !!
हमने उन्हें पा कर कभी खोना नहीं चाहा !
जुदाई में उनकी कभी रोना नहीं चाहा !!
उन्होंने हमें संभाल कर नहीं रखा !
फिर भी हमने किसी और का होना नहीं चाहा !!
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे !
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे !!
देख के जलेगी हमे दुनियाँ सारी...!
इस कदर बे-पनाह प्यार तुझे करेंगे !!
दूर इशारो से बात नहीं होती !
आंसू बहाने से बरसात नहीं होती !!
ये जिंदगी ख्वाब नहीं हकीकत हैं दोस्तों !
क्योकि आँखे बंद करने से रात नहीं होती !!
वो आंसू जो पलकों की जन्नत नहीं बनते !
वो चुपके से दिल में उतर जाया करते हैं !!
कुछ लोग दुखो की नुमाइश नहीं करते !
बस ख़ामोशी से ही बिखर जाया करते हैं !!
होठों पे कभी न कोई सवाल रखना !
जिंदगी को हर पल खुशहाल रखना !!
जिंदगी तो नाम हैं परेशानियों का....!
इन्हें भूल कर बस अपना ख़याल रखना !!
कभी दिल की कमजोरी बन कर रह जाती हैं !
कभी वक्त की मज़बूरी बन कर रह जाती हैं !!
ये मोहब्बत वो शराब हैं दोस्तों....!
जितना पियो प्यास अधूरी रह जाती हैं !!
रूठ जाओ कितनो पर हम मना लेंगे !
दूर जाओ कितना भी हम बुला लेंगे !!
दिल आखिर दिल हैं कोई सागर की रेत नहीं !
जो लिख के नाम आपका हम उसे मिटा देंगे !!
फूल दो बार नहीं खिलते !
जन्म दो बार नहीं मिलते !!
मिलने को मिल जाते हैं हजारों मगर !
दिल से चाहने वाला बार - बार नहीं मिलते !!
तेरे इंतज़ार का ये आलम हैं !
तरपता हैं दिल आँखें भी नम हैं !!
तेरे आरजू में जी रहा हैं जितू...!
वर्ना जीने की ख्वाइश भी अब बहुत कम हैं !!
मोहब्बत जिनको हो गयी हो किसी से !
वो किसी का नाम कब सोचते हैं.....!!
जो चलते हैं तलवार की धार पे !
वो मोहब्बत का अंजाम कब सोचते हैं !!
अब आ भी जाओ की जिंदगी कम हैं !
तुम नहीं तो हर ख़ुशी कम हैं....!!
तेरे ही दम से तो मुकमल हूँ मैं !
तू जो नहीं तो बस गम ही गम हैं !!
आपको पाने की ख्वाईस जीने से ज्यादा !
आपको खोने का डर मरने से ज्यादा...!!
आपसे बिछरने का दर्द हर दर्द से ज्यादा !
क्योकि हम आपको चाहते हैं खुद से ज्यादा !!
पलकों पे आकर रुक जाते हैं ये आँसू !
तन्हाई पाकर बह जाते हैं ये आँसू....!!
बहुत सोचा थोरा गम बाँट लूँ आपसे !
पर आप को हँसता देख कर सुख जाते हैं ये आँसू !!
चले गए हो दूर कुछ पल के लिए !
दूर रह कर भी करीब हो हर पल के लिए !!
कैसे याद न आये आपकी एक पल के लिए !
जब दिल में हो आप हर पल के लिए !!
अधूरे मिलन की आस हैं जिंदगी !
सुख - दुःख का एहसास हैं जिंदगी !!
फुरसत मिले तो ख़्वाबों में आया करो !
आप के बिना बरी उदास हैं जिंदगी !!
आँखों के इशारे समझ नहीं पाते !
होठों से दिल की बात कह नहीं पाते !!
अपनी बेबसी हम किस तरह कहें...!
कोई हैं जिसके बिना हम रह नहीं पाते !!
यादों ने पास आकर कुछ यूँ गुनगुना दिया !
जैसे किसी ने भुला हुवा फसाना सुना दिया !!
जाने क्या बात थी उस गुजरे पल में.....!
की दिल रोया लेकिन चेहरा मुस्कुरा दिया !!
अगर मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो !
तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो....!!
अगर मंजिल जुदाई हैं तो जाने दो मुझे !
लौट के कब आओगे ये पूछते क्यों हो !!
जब आपका नाम जुबान पर आता हैं !
पता नहीं दिल क्यों बेकरार हो जाता हैं !!
तसल्ली हैं दिल को आप सिर्फ मेरे हो !
फिर बेकरार दिल को करार आ जाता हैं !!
पानी की बुँदे फूलों को भीगा रही हैं !
ठंढी लहरे एक ताजगी जगा रही हैं !!
हो जाइये आप भी इन में सामिल...!
एक प्यारी सी सुबह आपको जगा रही हैं !!
अपने मतलब के लिए कभी प्यार न करना !
झूठे दिल से कभी एकरार न करना...!!
अगर न हो मोहब्बत तो कोई बात नहीं !
पर किसी से कभी झूठा एकरार न करना !!
कोई लाख दूर रहे कितनो भी !
पर अपना ही रहे क्या कम हैं !!
प्यार करे न करे कोई गम नहीं !
बाद याद करते रहे क्या कम हैं !!
हम याद रहे तो ठीक वर्ना भुला देना !
हुई खता हमसे तो सजा देना....!
वैसे हम हैं कोरे कागज़ की तरह !
लिखा जाए तो ठीक वर्ना जला देना !!
वो बेवफ़ा नहीं मुझे पता हैं !
उनकी राह देखना ये मेरी अदा हैं !!
वो आए न आए ये उनकी वफ़ा हैं !!
बस तड़पता रहना ये मेरी सजा हैं !!
सच्चाई जाने बिना कोई फैसला न लेना !
हमारी दोस्ती का कभी इम्तिहान न लेना !!
हम नहीं वक्त बेवफ़ा हैं दोस्त....!
कही हमें मतलबी समझ के भुला न देना !!
आपका रिश्ता हमारे सुरों का साज़ हैं !
आप जैसे अपनों पर हमें नाज़ हैं....!!
चाहे कुछ भी हो जाए जिंदगी में !
यह रिश्ता कल भी वैसा ही रहेगा जैसा आज हैं !!
चाहत तेरी पहचान हैं मेरी !
मोहब्बत तेरी शान हैं मेरी !!
होके जुदा तुझसे कैसे रह पाऊंगा !
तू तो आखरी साँस तक जान हैं मेरी !!
तुझको मिल जायेगा बेहतर मुझसे !
मुझको मिल जायेगा बेहतर तुझसे !!
फिर भी दिल में एक ख्याल आता हैं !
जानी तू जो मिल जाए तो बेहतर हैं सबसे !!
जिंदगी में किसी का साथ काफी हैं !
हाथों में किसी का हाथ काफी हैं...!!
दूर हो या पास फर्क नहीं परता....!
प्यार का तो बस एहसाश ही काफी हैं !!
कुछ यूँ था उनका अलविदा कहने का अंदाज !
की सुना भी कुछ नहीं, कहाँ भी कुछ नहीं....!!
कुछ यूँ बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में हम !
की लौटा भी कुछ नहीं, बचा भी कुछ नहीं...!!
तोरने के लिए वादा किया नहीं जाता !
सोच समझ कर प्यार किया नहीं जाता !!
यकीन करो प्यार हो या दोस्ती....!
अगर दिल से की हो तो उसके बिना एक पल जिया नहीं जाता !!
लाजबाब हैं हमारा जीने का फसाना !
कोई सीखे हमसे हर पल मुस्कुराना !!
कोई मेरी हंसी को नज़र न लगादे....!
बरी मुस्किल से सिखा हैं गम छुपा कर मुस्कुराना !!
जीने के लिए उनकी मुस्कान काफी हैं !
कलम से लिखी हुई ये दास्तान काफी हैं !!
तस्वीर की क्या जरुरत हैं....!
उन्हें देखने के लिए तो बंद आँखे ही काफी हैं !!
जिनके तलाश में कदम खुद निकल गए !
जिनकी याद में ये अरमान पिघल गए....!!
ढूंढ़ता था जिनको इस जहाँ में मैं !
पलके बंद की तो वो दिल में ही मिल गए !!
अगर वो अपनी मोहब्बत हमें बना ले !
हम उनका हर ख्वाब पलकों पे सजा ले !!
करेगी कैसे मौत हमें उनसे जुदा...!
अगर वो हमें अपनी रूह में बसा ले !!
एय मौत कितनी वफ़ा हैं तुझमे !
आज मैं आजमाना चाहता हूँ !!
जिंदगी ने बहुत रुलाया हैं हमें !
अब अगर तेरा साथ मिले तो..
जिंदगी को रुलाना चाहता हूँ !!
ख्वाब समझ कर उसने हमें भुला दिया !
मेरी चाहत का उसने क्या खूब सिला दिया !!
उसकी महफिल में थी तन्हाई का आलम...!
अंधेरा दूर करने के लिए उन्होंने हमें ही जला दिया !!
तरस गए हम थोरी सी वफा के लिए !
किसी से प्यार नहीं करेंगे खुदा के लिए !!
जब भी लगती हैं इश्क की अदालत...!
क्यों हम ही चुने जाते हैं सजा के लिए !!
गुस्ताखी यही हैं हमारी की !
हर किसी से रिश्ता जोर जाते हैं !!
लोग कहते हैं मेरा दिल पत्थर का हैं !
लेकिन कुछ सख्स ऐसे भी हैं..
जो इसे भी तोर जाते हैं !!
छोटी - छोटी बातों पे टकरार न किया करो !
हमारे हर मजाक को दिल पर मत लिया करो !!
क्या पता साथ हैं और कितने दिन....!
इन पलों को तो प्यार से जी लिया करो !!
मेरी कलम से लफ्ज खो गए !
आज वो बेवफ़ा हो गए.....!!
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था !
मेरे ख्वाब मुझ पे ही रो गए...!!
हर ख़ुशी गम का एलान हैं !
हर मुलाकात जुदाई का पैगाम हैं !!
न रखना किसी से कोई उम्मीदें !
हर उम्मीद दिल टूटने का फरमान हैं !!
दिल की यादों से सवारू तुझे !
तू दिखे तो आँखों में उतारू तुझे !!
तेरे नाम को मैंने अपने लबो पे सजाया हैं !
सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे !!
कभी - कभी तो यूँही रो परती हैं आँखे !
उदास होने का कोई सबब नहीं होता...!!
मैं अपने दिल को ये बात कैसे समझाऊ !
किसी को चाहने से वो अपना नहीं होता !!
ख़ुशी के आँसू रुकने न देना !
गम के आँसू बहने न देना !!
ये जिंदगी न जाने कब रुक जायेगी !
अपनी प्यारी सी दोस्ती कभी टूटने न देना !!
आपके ख़यालों से फुरसत नहीं मिली !
एक पल के लिए भी राहत नहीं मिली !!
मिल तो जाता हैं सबकुछ इस दुनियाँ में !
बस आपके चेहरे की एक झलक नहीं मिली !!
रहे सलामत दुनियाँ उनकी !
जो मेरी ख़ुशी की फरियाद करते हैं !!
खुदा उन्हें खुशियाँ भरी जिंदगी देना !
जो हमें याद करने में एक पल बर्बाद करते हैं !!
किसी को प्यार इतना करना की हद न रहे !
मगर ऐतबार भी इतना करना की शक न रहे !!
वफ़ा इतना करना की बेवफाई न रहे....!
और दुवा बस इतना करना की जुदाई न रहे !!
जाने से पहले याद दे जायेंगे !
खुद सोने से पहले ख्वाब दे जायेंगे !!
आपको गिला हैं हम आपसे बात नहीं करते !
साँस रुक जाने से पहले हर जबाब दे जायेंगे !!
जब कुछ सपने अधूरे रह जाते हैं !
तब दिल के दर्द आंसू बन के बह जाते हैं !!
जो कहते हैं की हम सिर्फ आपके हैं....!
पता नहीं वो कैसे अलविदा कह जाते हैं !!
जिंदगी फैली हैं चारो और !
पर क्यों मुझे नज़र नहीं आती !!
लोग कहते हैं हम तेरे दोस्त हैं !
पर क्यों दोस्ती नज़र नहीं आती !!
मेरे दिल में एक धड़कन तेरी हैं !
उस धड़कन की कसम तू नन्ही जान मेरी हैं !!
मेरी साँसों में एक साँस तेरी हैं....!
वो साँस रुक जाए तो मौत मेरी हैं !!
बेवक्त दस्तक देते हैं हम !
शिकायत करने का पूरा हक़ देते हैं हम !!
नफरत भी उनकी ख़ुशी से कबूल करते हैं हम !
जिन्हें दिल से अपना दोस्त कहते हैं हम !!
खुद को पढ़ता हूँ छोर देता हूँ !
उसे भुलाने का वादा तोर देता हूँ !!
बहुत गहता ज़ख्म बसे हैं दिल की निगाहों में !
क्या करू बस रोज एक आइना तोर देता हूँ !!
चाहत किसी की गुलाम नहीं होती !
मोहब्बत कभी सरे-आम नहीं होती !!
कैसे भूल जाए आपकी यादों को...!
क्योकि हमारी दोस्ती की "सरवर" कभी जाम नहीं होती !!
खुदा न करे कभी आपको खुशियों की कमी हो !
कदम के निचे सदा फूलो की जमी हो...!!
आँसू न हो आपकी आँखों में कभी !
अगर हो तो भी खुशियों की नमी हो !!
झूठा अपनापन तो हर कोई जताता हैं !
वो अपना ही क्यों जो हर पल सताता हैं !!
यकिन न करना हर किसी के बातों पर !
क्योकि करीब हैं कितना कोई ये वक्त ही बताता हैं !!
कोई अच्छा लगे तो उस से दोस्ती मत करना !
उस के लिए निंद बेकार मत करना....!!
दो दिन आयेंगे ख़ुशी से मिलने !
तीसरे दिन कहेंगें मेरा इंतजार मत करना !!
कौन कब चाह कर दूर होता हैं !
हर कोई हालात से मजबूर होता हैं !!
हम तो बस इतना जानते हैं....!
हर रिश्ता मोती और कोहिनूर होता हैं !!
शराबी इलज़ाम शराब को देता हैं !
आशिक इलज़ाम शबाब को देता हैं !!
कोई नहीं करता कबूल अपनी भूल...!
कांटा भी इलज़ाम गुलाब को देता हैं !!
आशिको का नाम हर गम पे लिखा हैं !
फूलों का नाम सबनम पे लिखा हैं !!
तुझे खुद से जुदा कैसे समझू....!
तेरा नाम तो दिल की हर धड़कन पे लिखा हैं !!
दिल ने हमें दीवाना बना दिया !
रोए न थे कभी आप ने रुला दिया !!
हमने तो हर वक्त याद किया हैं आपको !
लेकिन आपने याद करने में ज़माना लगा दिया !!
काश कोई हम पर भी प्यार जताते !
हमारी आँखों को अपने हाथों से छुपाते !!
हम जब पूछते कौन हो तुम.....!
मुस्कुरा कर वो अपने आप को हमारी जान बताते !!
प्रित में हमरा अहाँ,
किए ऐना बर्बाद करै छी,
नै हमरा सँ बात करै छी,
नै हमरा अहाँ याद करै छी!
खोजब अहाँ तें कियो मिल जेता,
मुदा हमरा जोका अहाँकें के सतेता,
मनलों कमी नै अछि अहाँकें संगतुरियाक,
मुदा "जितू" कें जगह कियो कोना लs लेता!
प्रित अहाँक पहचान छी हमर,
स्नेह अहाँक शान छी हमर,
जुदा भs कें अहाँ सँ कोना हम जियब,
अहाँतें अंतिम साँस तक प्राण छी हमर!
नोरक लिखाबट कें अहाँ पैढ़ नै सकब,
भिजल कागज पर अहाँ लिख नै सकब,
याद आयब हम अहाँ कें बहुत,
जखन बिसैर कs हमरा अहाँ पाइब नै सकब!
हमर कहानी हमर खिस्सा छी अहाँ,
हमर साँस हमर दुनियाँ छी अहाँ,
अहाँ कें कोना हम बिसैर जाऊ,
हमर हरेक साँसक हिस्सा छी अहाँ!
न वफ़ा न दगा कर पाए !
न प्यार न खता कर पाए !!
मोहब्बत कर तो ली हमने उनसे !
पर कभी अपना हाल उनसे बया न कर पाए !!
नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना !
दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना !!
अच्छा नहीं लगता जब रहते हो उदाश..!
इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना !!
वो मेरी चाहत को यूँ आजमाते रहे !
गैरों से मिल के दिल को जलाते रहे !!
मेरी मौत के बाद भी जालिम को न आया रहम !
ला कर फूल मेरे बाजू वाली कब्र पर चढ़ाते रहे !!
सागर को छुआ तो लहरों की याद आई !
आसमान को छुआ तो तारों की याद आई !!
काँटों को छुआ तो फूलों की याद आई !
अपने दिल को छुआ तो सिर्फ आपकी याद आई !!
वो मेरे लिए कुछ खाश हैं यारों !
जिसके लौट आने की आस हैं यारों !!
वो नज़रों से दूर हैं तो क्या हुवा !
उनके दिल की धड़कन आज भी मेरे पास हैं यारों !!
कहाँ से लाऊ हुनर उनको मनाने का !
कोई जबाब नहीं था उनके रूठ जाने का !!
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी...!
क्योकि जुर्म मैंने किया हैं उनसे दिल लगाने का !!
तेरे दिल में मेरे लिए जगह न सही !
मुझे खुद से दूर तो न कर.....!!
मुझे जिनी हैं ये जिंदगी तेरे संग !
मुझे मरने के लिए मजबूर तो न कर !!
निकले कोई अगर दिल में बस जाने के बाद !
दर्द होता हैं उनसे बिछर जाने के बाद....!!
पास होता हैं जो उसकी कदर नहीं होती !
कमी महसूस होती हैं उसके दूर जाने के बाद !!
ऐसा वादा न करना जो निभा न सको !
उस से दिल मत लगाना जिसे अपना बना न सको !!
दोस्ती सब से करना मगर....!
उस एक को खुश रखना जिसके बिना आप मुस्कुरा न सको !!
जिंदगी एक अभिलाषा हैं !
क्या गजब इसकी परिभाषा हैं !!
जिंदगी क्या हैं मत पूछो आए दोस्तों..!
सवर गई तो दुल्हन, बिखर गई तो तमाशा हैं !!
अलविदा कह कर जब कोई आँखों से दूर होता हैं !
आँखें देखती हैं पर दिल मजबूर होता होता हैं !!
कोई कहे न कहे ज़ुबान से मगर....!
दिल में दर्द ज़रूर होता हैं !!
पल - पल उनके साथ निभाते हम !
एक इशारे पर दुनियाँ छोर जाते हम !!
समंदर के बिच में फरेब किया उसने !
वो कहते तो किनारे पे ही डूब जाते हम !!
हँस कर जीना दस्तूर हैं जिंदगी का !
एक यही खिस्सा मशहूर हैं जिंदगी का !!
बीते हुए पल कभी लौट के नहीं आते...!
यही सब से बरा कसूर हैं जिंदगी का !!
प्यार करे उसे कोई माफ नहीं करता !
कोई उनके साथ इंसाफ नहीं करता...!!
लोग प्यार को तो पाप कहते हैं !
पर कौन ऐसा हैं जो ये पाप नहीं करता !!
दोस्ती शायद जिंदगी होती हैं !
जो हर दिल में बसी होती हैं !!
वैसे तो जी लेते हैं हर कोई अकेले !
मगर फिर भी जरुरत आपकी हमें हमेशा होती हैं !!
अपनी बेबसी पर आज रोना आया हैं !
दूसरों को क्या मैंने खुद को आजमाया हैं !!
हर एक की तनहाई दूर की हैं मैंने...!
पर खुद को हर मोर पे तनहा पाया हैं !!
पिघलती हैं मोम रौशनी के लिए !
होती हैं मोहब्बत दिलवालों के लिए !!
जिंदगी फना हैं आपकी खुशियों के लिए !
कुर्बान हैं हर साँस आपकी जिंदगी के लिए !!
नाराज़ हम से कभी होना मत !
मुस्कान अपनी कभी खोना मत !!
जीते हैं हम आपके मुस्कुराहट देख कर !
अगर हम मर भी जाए तो कभी रोना मत !!
प्यार करके उसका इंतज़ार पाया हैं !
तनहाई में भी उसे हर पल पाया हैं !!
मिल जाए खुदा तो पूछूँगा उनसे...!
क्या तुने हर बार मुझे ही आजमाया हैं !!
आँसुओं के सागर में दिल डुबोते हुए !
सारी रात गुजर गई हमे रोते हुए !!
मज़ाक कैसा किया तक़दीर ने हमसे...!
उन्हें पा न सके उनके होते हुए !!
यादों में कभी आप भी खोए होंगे !
खुली आँखों से कभी आप भी सोए होंगे !!
माना हमें हैं आदत गम छुपाने की...!
पर हँसते हुए कभी आप भी रोए होंगे !!
हँसे हम ये किश्मत को गवारा नहीं !
कभी हमारे लिए चमके ऐसी कोई तारा नहीं !!
हर वक्त हम कुछ न कुछ खोते रहे...!
क्योकि हम वो पाना चाहते थे जो हमारा नहीं !!
रिश्ता उल्फत का यूँ निभाया जाता हैं !
अश्क पि कर भी मुस्कुराया जाता हैं !!
ऐसे भी बोड़ आते हैं जिंदगी में....!
किसी के खातिर खुद को मिटाया जाता हैं !!
आरजू में आपके दीवाना हो गए !
आपको दोस्त बनाते - बनाते बेगाना हो गए !!
करले एक बार याद इस नाचीज को....!
क्योकि हिचकियाँ आए ज़माना हो गए !!
मेरे वजूद से लिपटी खुशबू तेरे नाम की हैं !
मेरी हर धड़कन तेरे नाम की हैं !!
इतना यकीन करले एय मेरे हम नाशी....!
बिन तेरे मेरी जिंदगी बेनाम सी हैं !!
बीत गई तारो वाली सुनहरी रात !
याद आई फिर वही प्यारी सी बात !!
खुशियों से हर पल हो आपकी मुलाकात !
इसलिए मुस्कुरा कर करना दिन की शुरुवात !!
जब भी करीब आता हूँ बताने के लिए !
जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिए !!
महफिलों की शान न समझना मुझे...!
मैं तो हँसता हूँ गम छुपाने के लिए !!
किसी ने हमें आशिक कहा !
किसी ने हमें दीवाना कहा !!
इन आँखों में आँसू तब आए !
जब उन्होंने हमें बेगाना कहा !!
क्या करे जब किसी की याद आए !
हर धड़कन पे किसी का नाम आए !!
कैसे कटेगी ये लम्हे इंतज़ार के...!
उसके इश्क में हर घरी मेरी जान जाए !!
कुछ तो अपने बारे में बताओ !
एक बार तो सपने में आकर सताओ !!
आप जो रिश्ता चाहो बना लेंगे हम...!
कभी हक़ से आप अपना प्यार तो जताओ !!
उनके चेहरे पे इस कदर नूर था !
उनकी यादों में हमें रोना भी मंज़ूर था !!
बेवफ़ा भी नहीं उसे कह सकते.....!
प्यार तो हमने किया था, वो तो बेक़सूर था !!
जब हमको उनसे मोहब्बत थी !
उन्हें हमारी मोहब्बत पर सक था !!
जब उन्हें एहसास हुआ हमारी मोहब्बत का !
तब हम पर किसी और का हक़ था !!
सूरज उगता हैं आपके कदमो की आहट से !
हर कलि खिलती हैं आपके जाग जाने से !!
ज्यादा मत सोइए अब तो जाग जाइए......!
क्यों की हर सुबह होती हैं आपके मुस्कुराने से !!
जिंदगी ने कई सवालात बदल दिया !
वक़्त ने मेरे हालत बदल दिया.....!!
इतने बुरे भी तो नहीं थे हम !
न जाने क्यों लोगो ने अपने खयालात बदल दिया !!
एक अजनवी से बात क्या की !
सरे शहर को इस चाहत की खबर हो गई !!
क्यों न दोष दूँ दिल-ऐ-नादान को.....!
क्योकि दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गई !!
वक्त की गर्दिश में बह जाने दो !
जिंदगी जैसे गुजरती हैं गुजर जाने दो !!
मेरे दिल ने कभी फूलों की तमन्ना की थी !
आज कांटे ही को दामन से लिपट जाने दो !!
आदत हैं तेरी याद आने की !
इन आँखों को तेरी एक झलक पाने की !!
हमारी तो तमन्ना हैं तुमको पाने की !
पर शायद तुम्हारी आदत हैं हमें तड़पाने की !!
ख्वाब की हर एक गली देखि !
बाग में खिली हर कलि देखि !!
जो कहते थे तुम्हे भूल न पायेंगे !
मैंने उनके दरवाजे पर अपनी तस्वीर जली देखि !!
अश्को को मोती बना देती हैं दोस्ती !
ज़ख्मो पे मलहम लगा देती हैं दोस्ती !!
जब जीने की वजह ही न बची हो....!
तब मौत को भी जीना सिखा देती हैं दोस्ती !!
अब तो हँस कर अरमान ही रुला देता हैं !
जो भी मिलता हैं दिल को दुखा देता हैं !!
वैसे भी ऐसा क्या हैं मुझमे जो याद करे दुनियाँ !
वक्त तो अच्छे - अच्छे को भुला देता हैं !!
मेरा वजूद सिर्फ मेरी मोहब्बत से हैं !
मुझे गुरुर बहुत अपनी मोहब्बत पे हैं !!
मुझे चाहते होंगे और भी बहुत लोग...!
मगर मुझे मोहब्बत अपनी मोहब्बत से हैं !!
बिना बताए उस ने न जाने क्यों दुरी कर दी !
बिछर के मेरे मोहब्बत को अधूरी कर दी !!
मेरे मुकदर में गम आए तो क्या हुवा....!
खुदा ने उसकी ख्वाइश तो पूरी कर दी !!
हर कदम पर हम आपके साथ हैं !
दूर होकर भी आपके पास हैं !!
आपको हो न हो पता पर रब की कसम..!
हमें आपकी कमी का हर पल एहसास हैं !!
जिंदगी में गम मिले तो मिले !
प्यार उसका कभी कम न मिले !!
मेरे खुदा तुमसे बस एक गुजारिश हैं !
चाहता हूँ मैं उसे जितना......
उस से दोगुना प्यार मुझे उसका मिले !!
आप आँखों से दूर दिल के करीब थे !
हम आपके और आप हमारे नसीब थे !!
न हम मिल सके, न जुदा हुवे......!
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे !!
इतना न तड़पाओ की सोचते रह जाए !
इतना भी न सताओ की रोते रह जाए !!
जिंदगी से बढ़ के चाह हैं तुमको....!
यूँ दिल न दुखाओ की सांसे रुक जाए !!
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते !
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते !!
कुछ हासिल उन्हें होता हैं जिंदगी में...!
जो दुःख की हालत में भी रोया नहीं करते !!
कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता !
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता !!
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं....!
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता !!
इस ज़माने में मेरा कोई हमदर्द नहीं !
तू भी न चाहे तो कोई हर्ज नहीं....!!
कभी ठोकर, कभी आँसू और रूसवाइया मिली !
कैसे कहू की दिल में मेरे कोई दर्द नहीं !!
मेरी तनहाई पूछती हैं मुझसे !
बता आज कौन बिछर गया हैं तुझसे !!
क्या बताऊ की मेरा कोई साथी ही नहीं !
शायद आज जुदा हो गया हूँ खुदसे...!!
चिरागों को आँखों में महफूज़ रखना !
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी....!!
मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी !
किसी न किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी !!
किसी के प्यार को भुलाना नहीं आया !
किसी के दिल को दुखाना नहीं आया !!
किसी के याद में तड़पना तो सिख लिया !
किसी को अपनी याद में तड़पाना नहीं आया !!
दिल जलाना ख्वाइश हैं यार की !
उफ़ ये कैसी आजमाइश हैं यार की !!
अभी सूखने भी नहीं पाए थे ज़ख्म दिल के !
फिर से खुरेदना फरमाइश हैं यार की !!
अपनों को याद करना प्यार हैं !
गैरों का साथ देना संस्कार हैं !!
दुश्मनो को माफ करना उपकार हैं !
और आप जैसे दोस्तों को परेसान करना जन्मसिद्ध अधिकार हैं !!
मुश्किल हैं इस यारी को भुला पाना !
मुश्किल हैं तुम्हे यादो से मिटा पाना !!
तुम एक कीमती तोहफा हो दोस्ती का !
मुश्किल है इस तोहफा की किम्मत चूका पाना !!
यादों के गहरे ज़ख़्म अजीब होते हैं !
अपनों के साथ बिताये लम्हे अज़ीज़ होते हैं !!
सदा ताज़ा रहती हैं यादे उनकी....!
जो नज़रों के नहीं दिल के करीब होते हैं !!
रौशनी के लिए दिया जलता हैं !
शमा के लिए परवाना जलता हैं !!
कोई दोस्त न हो तो दिल जलता हैं !
और दोस्त आप जैसा हो जो ज़माना जलता हैं !!
कसम दे कर मुझे मजबूर न करो !
खुद तनहा हो जाओगे इतना गुरुर न करो !!
माना की आप पे मेरा हक़ नहीं....!
पर अपनी यादो को तो हमसे दूर न करो !!
तरसते हैं आपको ये बताने के लिए !
जिंदगी हैं आपका प्यार निभाने के लिए !!
जिंदगी में कभी मुझसे रूठ न जाना....!
हम मर भी जायेंगे आपको मनाने के लिए !!
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