Sad Shayari - रात की तनहाई में अकेले थे...
रात की तनहाई में अकेले थे हम,
दर्द की महफिलों में रो रहे थे हम,
आप हमारा भले ही कुछ नहीं लगती,
पर फिर भी आपके बिना बिल्कुल अधूरे हैं हम।
दर्द की महफिलों में रो रहे थे हम,
आप हमारा भले ही कुछ नहीं लगती,
पर फिर भी आपके बिना बिल्कुल अधूरे हैं हम।
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