Romantic Shayari - तन्हा था इस दुनिया की भीड़ में..
तन्हा था इस दुनिया की भीड़ में,
सोचा था कोई नहीं है मेरी तक़दीर में,
एक दिन फिर तुमने थाम लिया हाथ मेरा,
फिर लगा कि बहुत ख़ास था इस हाथ की लकीर में।
सोचा था कोई नहीं है मेरी तक़दीर में,
एक दिन फिर तुमने थाम लिया हाथ मेरा,
फिर लगा कि बहुत ख़ास था इस हाथ की लकीर में।
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