.....

आगोश-ए-सितम में छुपाले कोई...

आगोश-ए-सितम में छुपाले कोई,
तन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोई,
सूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबां,
बस आज तो जी भर के रुला दे कोई।

0 शायरी पसंद आने पर एक टिप्पणी (Comment) जरूर लिखे।:

Post a Comment

Please like this website on facebook

फेसबुक उपयोगकर्ता के लिए टिप्पणी करने हेतु आसान टिप्पणी बॉक्स

  © World Of Hindi Shayari. All rights reserved. Blog Design By: Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP