वफ़ा का लाज हम...
वफ़ा का लाज हम वफा से निभायेगें,
चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे,
कभी जो गुजरना हो तुम्हें दूसरे रास्तों से,
हम फूल बनकर तेरी राहों में बिखर जायेंगे!
वफ़ा का लाज हम वफा से निभायेगें,
चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे,
कभी जो गुजरना हो तुम्हें दूसरे रास्तों से,
हम फूल बनकर तेरी राहों में बिखर जायेंगे!
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