हर तरफ खामोशी का साया है...
हर तरफ खामोशी का साया है,
जिसे चाहते थे हम वो अब पराया है,
गिर पङे है हम मोहब्बत की भूख से,
और लोग कहते है कि पीकर आया है।
जिसे चाहते थे हम वो अब पराया है,
गिर पङे है हम मोहब्बत की भूख से,
और लोग कहते है कि पीकर आया है।
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