देख कर मेरा नसीब मेरी तक़दीर..
देख कर मेरा नसीब मेरी तक़दीर रोने लगी,
लहू के अल्फाज़ देख कर तहरीर रोने लगी,
हिज्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुई,
सूरत को देख कर खुद तस्वीर रोने लगी।
देख कर मेरा नसीब मेरी तक़दीर रोने लगी,
लहू के अल्फाज़ देख कर तहरीर रोने लगी,
हिज्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुई,
सूरत को देख कर खुद तस्वीर रोने लगी।
कहते हैं लोग खुदा की इबादत है,
ये मेरी समझ में तो एक जहालत है,
चैन न आए दिल को, रात जाग के गुजरे,
जरा बताओ दोस्तों क्या यही मोहब्बत है।
न जाने क्यों उससे प्यार करता हूँ मैं,
न जाने क्यों उसपे जान निस्सार करता हूँ मैं,
यह जानता हूँ वह देगा धोखा एक दिन,
फिर भी जाने क्यों उसपे ऐतबार करता हूँ मैं।
मोहब्बत करने वालों का यही हश्र होता है,
दर्द-ए-दिल होता है, दर्द-ए-जिगर होता है,
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं,
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है।
मोहब्बत की हद्द है सितारों से आगे,
प्यार का जहाँ है बहारों से आगे,
वो दीवानों की कश्ती जब बहने लगी,
तो बहते बह गई किनारों से आगे।
प्यार के रंग से भरो पिचकारी,
स्नेह से रंग दो दुनिया सारी,
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली,
आप सभी को मुबारक हो होली।
सोचा किसी अपने से बात करें,
अपने किसी ख़ास को याद करें,
किया जो फैसला होली मुबारक कहने का,
तो दिल ने कहा क्यों ना आपसे शुरुआत करें।
राधा का रंग और कन्हया की पिचकारी,
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी,
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली,
मुबारक हो आपको रंग भरी होली।
रंगों के त्यौहार में सभी रंगों की भरमार,
ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार,
यही दुआ है भगवान से हमारी हर बार,
और खेलें हम होली संग अपने यार।
खुदा करे हर साल चाँद बन के आए,
दिन का उजाला शान बन के आए,
कभी दूर ना हो आपके चेहरे से हंसी,
ये होली का त्यौहार ऐसा मेहमान बन के आए।
निकलो गलियों में बना कर टोली,
भिगा दो आज हर एक की झोली,
कोई मुस्कुरा दे तो उसे गले लगा लो,
वरना निकल लो, लगा के रंग कह के हैप्पी होली।
रंगों में घुली लड़की क्या लाल गुलाबी है,
जो देखता है कहता है क्या लड़की शबाबी है,
पिछले बरस तूने जो भिगोया था होली में,
अब तक निशानी का वो रुमाल गुलाबी है।
वफ़ा का लाज हम वफा से निभायेगें,
चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे,
कभी जो गुजरना हो तुम्हें दूसरे रास्तों से,
हम फूल बनकर तेरी राहों में बिखर जायेंगे!
मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं,
प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं,
मुद्दतें बीत जाती हैं किसी के इंतज़ार में,
ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं!
एहसास के दामन में आंसू गिराकर देखो,
प्यार कितना है आजमा कर देखो,
तुम्हें भूल कर क्या होगी दिल की हालत,
किसी आईने पे पत्थर गिराकर तो देखो।
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