मेरी कबर पे वो रोने आये हैं
मेरी कबर पे वो रोने आये हैं, हम से प्यार है ये कहने आये हैं, जब ज़िंदा थे तो रुलाया बहुत, अब आराम से सोये हैं तो जगाने आये हैं। |
मेरी कबर पे वो रोने आये हैं, हम से प्यार है ये कहने आये हैं, जब ज़िंदा थे तो रुलाया बहुत, अब आराम से सोये हैं तो जगाने आये हैं। |
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