हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये, कभी कोई आपको रुला ना पाये, खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में, कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये। सुप्रभात... |
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये, कभी कोई आपको रुला ना पाये, खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में, कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये। सुप्रभात... |
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