Bewafai Shayari, चाहत हैं लेकिन...
चाहत हैं लेकिन हकीकत नहीं हैं !
आज कल किसी को किसी से सच्ची मोहब्बत नहीं हैं !!
जो तुम्हे भुला दे तुम उसे भुला दो !
इस से बेहतर कोई नसीहत नहीं हैं !
चाहत हैं लेकिन हकीकत नहीं हैं !
आज कल किसी को किसी से सच्ची मोहब्बत नहीं हैं !!
जो तुम्हे भुला दे तुम उसे भुला दो !
इस से बेहतर कोई नसीहत नहीं हैं !
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