Dard Shayari, चिरागों से न पूछो..
चिरागों से न पूछो तेल कितना हैं !
साँसों से न पूछो बांकी खेल कितना हैं !!
पूछो कफ़न में लिपटे लाश से...!
ज़िन्दगी में गम, और कफ़न में चैन कितना हैं !!
साँसों से न पूछो बांकी खेल कितना हैं !!
पूछो कफ़न में लिपटे लाश से...!
ज़िन्दगी में गम, और कफ़न में चैन कितना हैं !!
0 शायरी पसंद आने पर एक टिप्पणी (Comment) जरूर लिखे।:
Post a Comment