Dosti Shayari, उलझन कोई आए...
उलझन कोई आए तो मुझसे न छुपाना !
साथ न दे जुवा तो आँखों से जताना !!
हर कदम पे साथ हैं हम आपके !
अगर अपना समझते हो तो..
एक बार नहीं दस बार आज़माना !!
उलझन कोई आए तो मुझसे न छुपाना !
साथ न दे जुवा तो आँखों से जताना !!
हर कदम पे साथ हैं हम आपके !
अगर अपना समझते हो तो..
एक बार नहीं दस बार आज़माना !!
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