Bewafai Shayari, तन्हाई का उसने...
तन्हाई का उसने मंजर नहीं देखा !
अफ़सोस की मेरे दिल के अंदर नहीं देखा !!
दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने.... !
जो उस लम्हों को जी कर नहीं देखा !!
तन्हाई का उसने मंजर नहीं देखा !
अफ़सोस की मेरे दिल के अंदर नहीं देखा !!
दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने.... !
जो उस लम्हों को जी कर नहीं देखा !!
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