Dard Shayari, हम मौजूद थे...
हम मौजूद थे उजालो के तरह !
वो निकले ही नहीं ढूंढ़नेवालो की तरह !!
दिल तो क्या हम रूह में भी उतर जाते !
उसने चाहा नहीं चाहने वालो की तरह !!
हम मौजूद थे उजालो के तरह !
वो निकले ही नहीं ढूंढ़नेवालो की तरह !!
दिल तो क्या हम रूह में भी उतर जाते !
उसने चाहा नहीं चाहने वालो की तरह !!
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