Good Morning Shayari, गुलसन में भवरों का...
गुलसन में भवरों का फेरा हो गया !
पूरव में सूरज का डेरा हो गया !!
मुश्कान के साथ आँखे खोलो प्यारे !
एक बार फिर से सवेरा हो गया !!
गुलसन में भवरों का फेरा हो गया !
पूरव में सूरज का डेरा हो गया !!
मुश्कान के साथ आँखे खोलो प्यारे !
एक बार फिर से सवेरा हो गया !!
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