Romantic Shayari, तारो में अकेला चाँद जगमगाता हैं..
तारो में अकेला चाँद जगमगाता हैं !
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता हैं !
काँटों से मत घबराना एय मेरे दोस्त !
काँटों में ही अकेला गुलाब मुश्कुरता हैं !!
तारो में अकेला चाँद जगमगाता हैं !
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता हैं !
काँटों से मत घबराना एय मेरे दोस्त !
काँटों में ही अकेला गुलाब मुश्कुरता हैं !!
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