Zakhm-e Dil Shayari, वक्त हैं बदला...
वक्त हैं बदला और बदली सी कहानी हैं !
संग मेरे हसीन पल की यादे पुराणी हैं !!
न लगा तू मेरे जख्म पर मलहम....!
मेरे पास उसकी बस यही एक निशानी हैं !!
वक्त हैं बदला और बदली सी कहानी हैं !
संग मेरे हसीन पल की यादे पुराणी हैं !!
न लगा तू मेरे जख्म पर मलहम....!
मेरे पास उसकी बस यही एक निशानी हैं !!
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