Zakhm-e Dil Shayari, हर ज़ख्म किसी ठोकर...
हर ज़ख्म किसी ठोकर की मेहरबानी हैं !
मेरी जिंदगी बस एक कहानी हैं !!
मिटा देते सनम के दर्द को सिने से !
पर ये दर्द ही तो उसकी प्यार की निशानी हैं !!
हर ज़ख्म किसी ठोकर की मेहरबानी हैं !
मेरी जिंदगी बस एक कहानी हैं !!
मिटा देते सनम के दर्द को सिने से !
पर ये दर्द ही तो उसकी प्यार की निशानी हैं !!
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