Romantic Shyari, हर जज़बात को....
हर जज़बात को जुबान नहीं मिलती !
हर आरजू को दुवा नहीं मिलती.....!!
हँसते रहो तो दुनियाँ रहती हैं साथ !
वर्ना आंसुओं को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती !!
हर जज़बात को जुबान नहीं मिलती !
हर आरजू को दुवा नहीं मिलती.....!!
हँसते रहो तो दुनियाँ रहती हैं साथ !
वर्ना आंसुओं को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती !!
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