Zakhm-e Dil Shayari, आज भी खरे हैं उस....
आज भी खरे हैं उस चाँद के दीदार में !
जो खोई हैं हजारों सितारों के प्यार में !!
कब नज़र आएगा उसे जमीन का ये पत्थर !
जिसने खाई हैं ठोकर उसके प्यार में....!!
आज भी खरे हैं उस चाँद के दीदार में !
जो खोई हैं हजारों सितारों के प्यार में !!
कब नज़र आएगा उसे जमीन का ये पत्थर !
जिसने खाई हैं ठोकर उसके प्यार में....!!
Back to TOP
0 शायरी पसंद आने पर एक टिप्पणी (Comment) जरूर लिखे।:
Post a Comment