.....

Jhaji Uvach - झाजी उवाच - उनकी गली से हम...

उनकी गली से हम गुजरे, अजीब इत्तफाक था,
उनकी गली से हम गुजरे, अजीब इत्तफाक था,

फूल तो फेके उन्होंने, मगर गमले भी साथ था। 

0 शायरी पसंद आने पर एक टिप्पणी (Comment) जरूर लिखे।:

Post a Comment

Please like this website on facebook

फेसबुक उपयोगकर्ता के लिए टिप्पणी करने हेतु आसान टिप्पणी बॉक्स

  © World Of Hindi Shayari. All rights reserved. Blog Design By: Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP