कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंज़र
| वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है, ख्वाबों में दास्ताँ पुरानी भेज देती है, कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंज़र, कभी-कभी आँखों में पानी भेज देती है। |
| वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है, ख्वाबों में दास्ताँ पुरानी भेज देती है, कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंज़र, कभी-कभी आँखों में पानी भेज देती है। |
Back to TOP
0 शायरी पसंद आने पर एक टिप्पणी (Comment) जरूर लिखे।:
Post a Comment