कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंज़र
वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है, ख्वाबों में दास्ताँ पुरानी भेज देती है, कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंज़र, कभी-कभी आँखों में पानी भेज देती है। |
वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है, ख्वाबों में दास्ताँ पुरानी भेज देती है, कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंज़र, कभी-कभी आँखों में पानी भेज देती है। |
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