Zakhm-e Dil Shayari, दिल के हर गम को...
दिल के हर गम को हँस कर उराते चले गए !
राहे वफ़ा में खुद को मिटाते चले गए !!
कुछ इस कदर गुजरी हैं जिंदगी अपनी !
खुद रोए और सब को हँसाते चले गए !!
दिल के हर गम को हँस कर उराते चले गए !
राहे वफ़ा में खुद को मिटाते चले गए !!
कुछ इस कदर गुजरी हैं जिंदगी अपनी !
खुद रोए और सब को हँसाते चले गए !!
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