Zakhm-e Dil Shayari, एय मौत कितनी...
एय मौत कितनी वफ़ा हैं तुझमे !
आज मैं आजमाना चाहता हूँ !!
जिंदगी ने बहुत रुलाया हैं हमें !
अब अगर तेरा साथ मिले तो..
जिंदगी को रुलाना चाहता हूँ !!
एय मौत कितनी वफ़ा हैं तुझमे !
आज मैं आजमाना चाहता हूँ !!
जिंदगी ने बहुत रुलाया हैं हमें !
अब अगर तेरा साथ मिले तो..
जिंदगी को रुलाना चाहता हूँ !!
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