कोई न मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते
कोई न मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते,
अक्सर लोग मिल कर भी मिला नहीं करते,
हर शाख पर बहार आती हैं ज़रूर,
पर हर शाख पर फूल खिला नहीं करते!
कोई न मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते,
अक्सर लोग मिल कर भी मिला नहीं करते,
हर शाख पर बहार आती हैं ज़रूर,
पर हर शाख पर फूल खिला नहीं करते!
सभी के चेहरे में वो बात नहीं होती,
थोड़े से अँधेरे से रात नहीं होती,
जिंदगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं,
क्या करें उन्ही से हमारी 'मुलाकात' नहीं होती!
इतना कुछ खोया कि हमें पाना न आया,
प्यार किया तो जताना न आया,
आ गए तुम इस दिल में पहली नज़र में,
कसूर हमारा था जो आपके दिल में समाना ना आया।
निकले जब आँसू उसकी आँखो से,
दिल करता है सारी दुनिया जला दूं,
फिर सोचता हूं होंगे दुनिया में उसके भी अपने,
कहीं अंजाने में मैं उसे और ना रुला दूं।
तु ही मिल जाये मुझे बस इतना ही काफी है,
मेरी हर सांस ने बस ये ही दुआ मांगी है,
जाने क्यों दिल खींचा चला जाता है तेरी तरफ,
क्या तुम ने भी मुझे पाने की दुआ मांगी है।
इस कदर इस जहाँ में जिंदा हूँ मैं,
हो गयी थी भूल अब शर्मिंदा हूँ मैं,
मेरी कोशिश है कि ना हो तेरी दुनिया में कोई गम,
तू आवाज़ दे गगन से एक परिंदा हूँ मैं।
रख हौंसला, वो मंजर भी आएगा,
प्यासे के पास समंदर भी आएगा,
थक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के मुसाफिर,
तुझे मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।
उसने हमसे पूछा तेरी रज़ा क्या है,
क्यों करते हो पसंद वजह क्या है,
कोई बताए उसे मेरी खता क्या है,
जो वजह से करे पसंद किसी को, उसमें मज़ा क्या है।
मन में सब को पाने का अरमान नहीं होता,
हर कोई दिल का महमान नहीं होता,
पर एक बार जो बन जाते हैं अपने,
उन्हें भुलाना इतना आसान नहीं होता!
सब ने चाहा कि उसे हम ना मिलें,
हम ने चाहा उसे ग़म ना मिलें,
अगर ख़ुशी मिलती है उसे हम से जुदा होकर,
तो दुआ है ख़ुदा से कि उसे कभी हम ना मिलें।
अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते,
ग़म जुदाई का भी सह नहीं सकते,
ऐ ख़ुदा, कुछ ऐसी तक़दीर बना,
वो खुद आकर हमसे कहें, हम आपके बिना रह नहीं सकते।
आपको अपने ज़ख्म दिखाना चाहता हूँ मैं,
मगर क्या करूँ बहुत ही दूर हैं आप,
आपको चाहता हूँ बनाना साथी अपना,
मगर मानता हूँ, रस्मों के हाथों मजबूर हैं आप।
माँगते थे रोज़ दुआ में सुकून ख़ुदा से,
सोचते थे वो चैन हम लाएं कहाँ से,
किसी रोज एक प्यासे को पानी क्या पिला दिया,
लगा जैसे खुदा ने सुकून का पता बता दिया।
Back to TOP