लगे न नज़र इस रिश्ते को ज़माने की
लगे न नज़र इस रिश्ते को ज़माने की,
पड़े न ज़रुरत कभी एक-दूजे को मनाने की,
छोड़ना न कभी आप हमारा ये साथ,
तमन्ना हमारी भी है इसे मौत तक निभाने की।
Read more...
पड़े न ज़रुरत कभी एक-दूजे को मनाने की,
छोड़ना न कभी आप हमारा ये साथ,
तमन्ना हमारी भी है इसे मौत तक निभाने की।